अमरावती

सुपर स्पेशालीटी में बनेगा 100 बेड का स्वतंत्र अस्पताल

अमरीकन इंडिया फाउंडेशन के सीएसआर फंड से होगा निर्माण

  • पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने दी जानकारी

अमरावती/दि.25 – कोविड-19 वायरस के संक्रमण से पीडित मरीजों का इलाज करने हेतु स्वास्थ्य सुविधाओं को बढाने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे है. इन प्रयासों को अमरीकन इंडिया फाउंडेशन का साथ व सहयोग मिला है. जिसके चलते आगामी दो माह के भीतर सुपर स्पेशालीटी अस्पताल परिसर में 100 बेड का स्वतंत्र अस्पताल शुरू किया जायेगा. ऐसी जानकारी राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा दी गई है.
पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने बताया कि, जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं व व्यवस्थाओं का विस्तार करने हेतु सभी सामाजिक संस्थाओं व संगठनों से अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को समझते हुए आगे आने का आवाहन किया गया था. जिसके लिए खुद उन्होंने काफी गंभीरतापूर्वक प्रयास भी किये थे. इसके तहत अमरीकन इंडिया फाउंडेशन द्वारा अपने सीएसआर फंड से सहयोग प्रदान किया जा रहा है और इस सहयोग के जरिये आगामी दो माह के भीतर सुपर स्पेशालीटी अस्पताल परिसर में 100 बेड का स्वतंत्र अस्पताल शुरू हो जायेगा. पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने बताया कि, कोविड संक्रमितों की दिनोंदिन बढती संख्या को देखते हुए अधिकाधिक उपचार सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है. इसी के तहत सुपर स्पेशालीटी अस्पताल परिसर में 100 बेडवाला स्वतंत्र अस्पताल शुरू किया जायेगा. जिसमें 10 बेड के आयसीयू कक्ष का भी समावेश रहेगा. इस अस्पताल हेतु सुपर स्पेशालीटी में जगह निश्चित कर ली गई है. जहां पर फाउंडेशन का काम शुरू कर दिया गया है. पश्चात यहां फायबर सिमेंट फ्लोरिंग, एल्युमिनियम कंपोझिट पैनल करते हुए अस्पताल की इमारत खडी की जायेगी. इसके लिए बाहर से तैयार ढांचा लाया जायेगा और उसे स्थापित किया जायेगा. जिसके चलते बेहद सुरक्षित ढंग से यह इमारत तैयार होगी. साथ ही इस अस्पताल की इमारत में ऑक्सिजन सुविधा सहित तमाम अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेगी.
इस अस्पताल के बारे में जानकारी देते हुए पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने बताया कि, इस अस्पताल में कुल चार झोन होंगे. जिसमें पहले झोन में सभी डॉक्टरों व हेल्थ केयर वर्कर्स के कार्यालय एवं उनके रहने व रूकने की व्यवस्था होगी. दूसरे झोन में बाह्यरूग्ण विभाग तथा आरटीपीसीआर व रैपीड एंटीजन की सुविधा होगी. यहां पर रिपोर्ट प्रलंबित रहनेवाले एवं कोविड संक्रमण का लक्षण रहनेवाले मरीजों को रखने के लिए एक स्वतंत्र कक्ष होगा. तीसरे झोन में कोविड संक्रमितों के लिए आयसोलेशन व इलाज कक्ष की व्यवस्था होगी. वहीं चौथे झोन में वेंटिलेटर ऑक्सिजन पाईप लाईन, ऑक्सिजन कॉन्सन्ट्रेटर व अतिदक्षता कक्ष रहेगा. जहां पर गंभीर स्थितिवाले मरीजों को भरती कराया जायेगा. इसके अलावा यहां प्रतीक्षा कक्ष, कन्सलटेशन रूम, एक्झामिनेशन वॉर्ड आदि कक्ष भी रहेंगे. अस्पताल में खुली हवा की आवाजाही रहेें, इस हेतु यहां पर टर्बो वेंटिलेटर लगाये जायेंगे.

15 हजार स्क्वेअर फीट में साकार होगा प्रकल्प

इस पूरे प्रकल्प को 15 हजार स्क्वेअर फीट में साकार किया जायेगा. जिसमें आयसोलेशन वार्ड का क्षेत्रफल 5 हजार 600 स्क्वेअर फीट रहेगा और 7 हजार 800 स्क्वेअर फीट का सर्विस एरिया होगा. इस पूरे अस्पताल का निर्माण अमरीकन इंडिया फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है और इस अस्पताल के लिए आवश्यक मनुष्यबल, पानी, बिजली व ऑक्सिजन की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग की ओर से की जायेगी. ऐसी जानकारी जिला शल्य चिकित्सक डॉ. श्यामसुंदर निकम द्वारा दी गई है.

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