अमरावती

विपदा में फंसे 100 बच्चों को चाईल्ड लाइन ने पहुंचाई मदद

पत्रकार परिषद में दी गई जानकारी

अमरावती/ दि.20 – बडनेरा के रेलवे चाईल्ड लाइन की टीम ने अब तक विपदा में फंसे 100 बच्चों को आवश्यक मदद पहुंचाने का काम किया है. इस आशय की जानकारी दिशा संस्था संचालक एड.ज्योती और प्रवीण खांडपासोले ने दी है.
श्रमीक पत्रकार भवन में बुलाई गई पत्रकार परिषद में दिशा संस्था संचालक एड.ज्योती और प्रवीण खांडपासोले ने बताया कि दिशा संस्था के मार्गदर्शन में बडनेरा चाईल्ड लाइन ने अब तक 100 बच्चों को मदद पहुंचाने का काम किया है. इनमें 64 लडके और 36 लडकियों का समावेश था. इनमें 13 बच्चे बाहरी राज्य के थे. इसके अलावा 10 गुमशुदा, 61 बिछडे बच्चों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाया गया. 10 बाल मजदूर, 3 घर से भागे बच्चे, 2 बच्चों को शैक्षणिक मदद, दो बच्चों का बाल संगोपन, बाल यौन शोषण के शिकार दो बच्चे, दो बच्चों को वैद्यकीय मदद और 9 बच्चों को भोजन की मदद की गई. 100 में से 78 बच्चों को बालकल्याण समिति के आदेश पर सुरक्षित रुप से उनके घर और सुरक्षित जगह पर भेजा गया है. इस बाल सुरक्षा कार्यक्रम में मीना दंडाले, अंजली घुलक्षे, अजय डबले, नरवार, जीआरपीएफ के एपीआई अजितसिंग राजपुत के अलावा रेलवे चाईल्ड लाइन की टीम ने मदद की है.

साल 2020 से है बडनेरा रेलवे चाईल्ड लाइन कार्यरत
दिशा संस्था के मार्गदर्शन में बडनेरा रेलवे चाईल्ड लाइन 16 सितंबर 2020 से एकात्मिक बाल सुरक्षा योजना अंतर्गत बडनेरा रेलवे स्टेशन के प्लॉट फॉर्म नं.1 पर कार्यरत है. बडनेरा रेलवे चाईल्ड लाइन 24 घंटे कार्यरत रहती है. प्रत्येक शिफ्ट में तीन कर्मचारी कार्यरत होते है. इनमें एक महिला कर्मचारी का भी समावेश रहता है, रेलवे स्टेशन, ट्रेनों या फिर रेल परिसर में विपदा में फंसे बच्चों को, गुमशुदा बच्चों, घर से निकले व भागने वाले बच्चों, अगवा कर लाये बच्चों, यौन शोषण से पीडित बच्चों, बालक मजदूरों, शैक्षणिक मदद की जरुरत रहने वाले बच्चों, मेडिकल मदद की आवश्यकता रहने वाले बच्चों, भोजन के लिए तडपने वाले बच्चों के लिए रेलवे चाईल्ड लाइन मदद करती है. बाल कल्याण समिति बच्चों के हितों का विचार कर योग्य जांच कर बच्चों को उनके अभिभावकों कोे सौंप देती है या फिर उन्हें सुरक्षित जगह पर यानी बाल सुधारगृह में भेजती है.

 

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