अमरावती

46 हजार मरीजों को 108 रुग्णवाहिका ने दिया जीवनदान

31 एम्बुलेंस द्वारा 12 प्रकार के मरीजों को उपलब्ध कराई गई सेवा

अमरावती/दि.24– स्वास्थ्य विभाग में एम्बुलेंस की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है. ग्रामीण क्षेत्र में हर तरह की स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध नहीं होती. जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को इलाज के लिए शहर में आना पडता है. ऐसे समय संबंधित मरीज को तत्काल इलाज की सुविधा मिलने हेतु उसे अस्पताल में पहुंचाने के लिए 108 क्रमांक की एम्बुलेंस नि:शुल्क सेवा प्रदान करती है. जिले में विगत 10 माह के दौरान करीब 46 हजार 364 मरीजों को 108 क्रमांक की एम्बुलेंस द्वारा नि:शुल्क सेवा प्रदान की गई. विशेष उल्लेखनीय है कि, 108 हेल्पलाइन के जरिए मरीज को एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाने के साथ ही इलाज के दौरान व इलाज के पश्चात उसके हालचाल को लेकर पूछताछ भी की जाती है.

* क्या है 108 नंबर?
प्रत्येक व्यक्ति को इलाज मिले, इस हेतु 108 क्रमांक की टोल फ्री सेवा शुरु की गई है. इस टोल फ्री क्रमांक पर कॉल करते ही मरीजों को नि:शुल्क एम्बुलेंस उपलब्ध कराई जाती है.

* जिले के लिए 31 एम्बुलेंस वाहन
जिले में 108 क्रमांक की 31 एम्बुलेंस कार्यरत है. जिनके जरिए मरीजों को तत्काल सेवा उपलब्ध कराई जाती है. इन सभी एम्बुलेंस वाहन में प्रारंभिक चिकित्सा की सुविधाएं उपलब्ध होती है.

* 10 माह में 46,364 लोगों ने ली सेवा
जिले में जनवरी से अक्तूबर इन 10 माह के दौरान 46,364 मरीजों ने 108 टोल फ्री क्रमांक की एम्बुलेंस का लाभ लिया. इसमें 34,789 मरीज मेडिकल उपचार, 1,139 मरीज हादसा ग्रस्त, 3,001 मरीज प्रसूति सेवा, 1,506 मरीज हृदयघात सहित अन्य विभिन्न कारणों के चलते 108 एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाए गए.

* इलाज के बाद भी मरीज की पूछताछ
108 एम्बुलेंस की सेवा दिए जाने के बाद एम्बुलेंस चालक सहित डॉक्टर द्वारा मरीज एवं उनके रिश्तेदारों से इनका हालचाल जानते हुए उन्हें मानसिक आधार देने का काम करते है.

* जिले में कुल 31 एम्बुलेंस वाहन कार्यरत है. जिनके जरिए ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को तत्काल आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु एम्बुलेंस वाहनों की नि:शुल्क सेवा प्रदान की जाती है. विगत 10 माह के दौरान 46,364 मरीजों को नि:शुल्क एम्बुलेंस की सेवा प्रदान की जा चुकी है. 108 टोल फ्री क्रमांक पर कॉल करते हुए कोई भी नागरिक इस सेवा का नि:शुल्क लाभ ले सकता है.
– डॉ. नरेंद्र अब्रुक,
जिला व्यवस्थापक,
108 एम्बुलेंस सेवा

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