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कोरोना के साथ मंडरा रहा डेंग्यू का भी खतरा
अमरावती/दि.१० – जिले में एक ओर कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बडी तेजी से फैल रही है. वहीं दूसरी ओर जानलेवा साबित हो चुके डेंग्यू की बीमारी के भी विगत नौ माह के दौरान १०८ मरीज पाये गये है. जिसमें मनपा क्षेत्र में ६४ व ग्रामीण क्षेत्र में ४४ मरीज रहने की जानकारी जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. शरद जोगी ने दी है.
विगत दो-तीन वर्ष पहले अमरावती शहर में डेंग्यू की बीमारी ने जमकर पांव पसारे थे. उस समय विशेषज्ञ डॉक्टरों की सतर्कता के चलते प्रशासन हडबडाकर जागा था. हालांकि इसके बावजूद कई लोगों की डेंग्यू संक्रमण की वजह से मौत हुई थी. लेकिन इस बार पहले की तुलना में मरीजों की संख्या कम है. इस वर्ष सर्वाधिक ४३ पॉजीटिव मरीज सितंबर माह में पाये गये है. कहा जा सकता है कि, इस वर्ष कोरोना संकट की वजह से अन्य बीमारियों की काफी हद तक अनदेखी भी हुई है. सर्दी, खांसी व बूखार होने पर डॉक्टर सबसे पहले कोरोना टेस्ट कराने की सलाह देते है, क्योंकि कोरोना और डेंग्यू की बीमारी में मरीज को तेज बूखार आता है. इन दोनों बीमारियों के लक्षण एक जैसे रहने के चलते कोरोना के साथ-साथ डेंग्यू का खतरा भी लगातार बढ रहा है. ऐसे में उसकी अनदेखी नहीं की जा सकती. स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस वर्ष डेंग्यू के १०८ मरीज पाये गये और इलाज के बाद सभी ठीक भी हो गये. इस वर्ष डेंग्यू संक्रमण की वजह से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई. जानकारी दी गई है कि, विगत नौ माह के दौरान ५१० संदेहित मरीजों के ब्लड सैम्पल अकोला की सरकारी मेडिकल लैब में जांच हेतु भेजे गये. जिसमें से अमरावती शहर के ६४ व ग्रामीण क्षेत्र के ४४ लोग डेंग्यू संक्रमित पाये गये. जिन पर अस्पताल में इलाज किया गया.
ये सावधानिया बरतें
घरों में नियमित साफ-सफाई रखे. डेंग्यू मच्छरों की पैदावार शुध्द और साफसुथरे पानी में होती है. अत: घरों में किसी भी स्थान पर लंबे समय तक पानी जमा करके न रखे. वॉटर कुलर, फुलदान व फव्वारे आदि का पानी सप्ताह में एक बार बदल दें. घरेलू उपयोग में लायी जानेवाली वस्तुओं को सप्ताह में एक बार पूरी तरह साफ करे. सप्ताह में एक दिन पूरी तरह से सूखा दिवस रखे. घर की नालियों और गटर से पानी बहाये. रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करे और शरीर को पूरी तरह से ढंककर सोये.
डेंग्यू बीमारी के लक्षण
तीव्र बूखार आना, बदन दर्द व उल्टी होना, जी घबराना, सिरदर्द होना आदि लक्षण डेंग्यू की बीमारी का संकेत है. साथ ही डेंग्यू संक्रमित मरीज के शरीर में सफेद रक्तकोशिकाएं (व्हाईटप्लेटलेट) बडी तेजी से कम होती है. ऐसी जानकारी डॉक्टरों द्वारा दी गई है. बॉ्नस नौ माह में १०८ डेंग्यू पॉजीटिव मरीज पाये गये है, जो इलाज के बाद पूरी तरह से ठीक हो गये. नागरिकों ने डेंग्यू के संक्रमण को टालने हेतु अपने घरों व आसपास के परिसरों में पूरी तरह से साफ-सफाई रखनी चाहिये. साथ ही ज्यादा दिनोें तक एक स्थान पर पानी जमा करके नहीं रखना चाहिए. सप्ताह में एक दिन सूखा रखना चाहिए और सर्दी, खांसी व बूखार आने पर तुरंत ही डॉक्टरों से संपर्क साधना चाहिए.