अमरावती

‘108’ ने बचाये 1800 लोगों के प्राण

6.49 लाख मरीजों को मिला लाभ

अमरावती / प्रतिनिधि दि.24 – अकोला जोन अंतर्गत अमरावती, अकोला, वाशिम, बुलढाणा व यवतमाल जिले में लॉकडाउन के एक वर्ष के कार्यकाल में 4 लाख 504 दुर्घटना की घटनाएं घटीत हुई है. इसमें 1800 दुर्घटना ग्रस्तों को ‘डायल 108’ एम्बुलेंश व्दारा तत्काल अस्पताल पहुंचाने से जीवनदान मिला है.
कोरोना काल में संचारबंदी के चलते रास्ते पर वाहनों की चहलपहल कोई खास न रहने से हर वर्ष की तुलना में 50 प्रतिशत दुर्घटनाएं घटीत हुई. जिसमें तत्काल इलाज दिलवाने में 108 रुग्णवाहिकाओं ने मौलिक काम निभाने की जिम्मेदारी जोनल असिस्टंट अक्षय देशमुख ने दी. सेवा प्रारंभ करने के बाद से अकोला जोन के 6 लाख 47 हजार 669 मरीजों पर प्राथमिक इलाज कर उन्हें अस्पताल में दाखिल करने तक जिंदा रहने में मदत हुई. इसमें आरटीए, गर्भवती, कार्डीयाक मरीजों का समावेश रहा है.
वर्ष 2014 से 2020 इस समयावधि में वाशिम जिले में 71 हजार 301 मरीजों को सेवा दी गई. इसमें सडक दुर्घटना की घटना के 5 हजार 961 मरीजों का समावेश है. यवतमाल जिले में 1 लाख 37 हजार 857 मरीजों को सेवा दी गई. इसमें सडक दुर्घटना के 11 हजार 168 मरीजों का समावेश है. बुलढाणा जिले में 1 लाख 34 हजार 625 मरीजों को सेवा दी गई. इसमें सडक दुर्घटना के 10 हजार 292 मरीजों का समावेश है. अमरावती जिले में 2 लाख 1 हजार 466 मरीजों को 108 रुग्णवाहीका की सेवा दी गई. जिसमें सडक दुर्घटना के 13 हजार 395 मरीजों का समावेश है. अकोला जिले में 1 लाख 2 हजार 420 मरीजों को सेवा दी गई. जिसमें 5 हजार 725 मरीज सडक दुर्घटना के है.

  • समूदाय को आह्वान

108 टोलफ्री नंबर पर कॉल करें और दुर्घटना का निश्चित पता दें, पीडित व्यक्ति के पास खडे रहे और 108 कॉल सेंटर अथवा डॉक्टर से आने वाली ऑनलाइन सूचना का अनुकरण करें, पीडिता को वहां से ले जाने का प्रयास न करें, जिससे और नुकसान होगा, संभव हुआ तो खून रोकने का प्रयास करें, इस तरह का आह्वान किया गया है.

अकोला जोन अंतर्गत 112 एम्बुलेंस चौबीसों घंटे मरीजों की सेवा में है. हमारे डॉक्टर, चालक यह केवल कोविड योध्दा ही नहीं तो सही मायने में जान बचाने वाले देवदूत है.
– डॉ.दिपककुमार उके,
विदर्भ प्रमुख, महाराष्ट्र इमर्जेसी मेडिकल सर्विस

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