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कोरोना के चलते इस साल भी नहीं हो सकी परीक्षा
अमरावती/दि.8 – कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते इस साल भी 10 वीं और 12 वीं परीक्षाएं राज्य शिक्षा विभाग व्दारा रद्द कर दी गई. परीक्षा नहीं होने के कारण विद्यार्थियों को इस वर्ष भी पुराने प्रदर्शन के आधार पर अंक दिए जाएंगे. अमरावती बोर्ड कार्यालय से दी गई जानकारी के अनुसार 15 जुलाई तक परिणाम घोषित होने की संभावनाएं है. राज्य शिक्षा विभाग की अधिकृत वेबसाइड पर घोषित किए जाएंगे परिणाम. 10 वीं की परीक्षाएं नहीं ली गई थी. जिस प्रणाली के तहत विद्यार्थियों को अंक दिए जा रहे है उस प्रणाली के संदर्भ में संपूर्ण जानकारी राज्य शिक्षा विभाग व्दारा ऑनलाइन माध्यम से सार्वजनिक की गई है.
फिलहाल 12 वीं कक्षा के नतिजों के संदर्भ में कोई अनुमानित समय नहीं बताया गया. 12 वीं के विद्यार्थियों का परिणाम भी पुराने प्रदर्शन का आंकलन कर ही बनाया जाएगा. उसी प्रकार एसएससी का परिणाम 9 तथा 10 वीं कक्षा की स्कूली परीक्षाओं के दौरान प्राप्त हुए अंको के आधार पर किया जाएगा. इसके लिए 9 वीं कक्षा के 50 प्रतिशत अंक तथा 10 वीं कक्षा के 30 प्रतिशत अनुमानित अंकों का समावेश कर परिणाम तैयार किया जाएगा. साथ ही 11 वीं कक्षा में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थियों को सीईटी परीक्षा पास करनी होगी. 10 वीं कक्षा के परिणाम घोषित होने के पश्चात 14 दिनों के भीतर इस परीक्षा का भी समय तय किया जाएगा.
11 वीं की सींटों की तुलना में विद्यार्थियों की संख्या दोगुनी
इस बार संपूर्ण जिलेभर में 10 वीं कक्षा के विद्यार्थी उत्तीर्ण होने के पश्चात आर्ट, सायंस जैसे विषयों के लिए 11 वीं की कक्षा में प्रवेश लेने हेतु विद्यार्थियों को जबर्दस्त स्पर्धा का सामना करना पडेगा. न केवल अमरावती जिले में बल्कि संपूर्ण संभाग में कनिष्ठ महाविद्यालयों की सीटों की तुलना में विद्यार्थियों की संख्या दोगुनी है. ऐसे में परिणाम आने के पश्चात पसंदिदा कनिष्ठ महाविद्यालय में प्रवेश को लेकर अभी से विद्यार्थियों और उनके पालकों ने प्रयास शुरु कर दिया है. कक्षा 10 वीं में उत्तीण होने वाले सभी विद्यार्थी कनिष्ठ महाविद्यालय तक नहीं पहुंच पाते. अनेकों विद्यार्थी पारिवारीक कारणों के चलते तो, कोई विद्यार्थी शिक्षा से मोहभंग होने के चलते पढाई छोड देते है. पिछले वर्ष जिले में 10 वीं कक्षा में 96 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए थे. इसके बावजूद केवल 42 प्रतिशत विद्यार्थी ही कनिष्ठ महाविद्यालयों में प्रवेश ले पाए थे. जबकी 8 फीसदी विद्यार्थियोंं ने पॉलिटेक्निक तथा डिप्लोमा कोर्सेस किए थे. इसी दौरान काफी सीटें रिक्त रही कई विद्यार्थी कोरोना संक्रमण के चलते भी प्रवेश नहीं ले पाए थे. किंतु इस बार स्थिति थोडी उलट देखी जा रही है. शत प्रतिशत विद्यार्थी इस बार पास हुए है. राज्य बोर्ड के साथ-साथ सीबीएसई बोर्ड के नतीजे भी घोषित होंगे. सीबीएसई के कई विद्यार्थी भी राज्य बोर्ड के अधिन आनेवाले कनिष्ठ महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन करते है. अमरावती जिला संभाग का मुख्यालय होने के साथ ही शिक्षा क्षेत्र में भी काफी महत्व रखता है इसलिए संभाग के अन्य जिलों के विद्यार्थी भी यहां प्रवेश लेने के लिए उत्साहित है. ऐसे में केवल 23 हजार सींटों के लिए विद्यार्थियों को काफी संघर्ष करना होगा.