अमरावतीमहाराष्ट्र

अनुदान न मिलने से जिले की 11 गोशाल संकट में

शासन से गोसंवर्धन के लिए तत्काल सकारात्मक कदम उठाने का आवाहन

अमरावती/दि.17 शासन द्वारा घोषित किए गए प्रत्येकी 25 लाख रुपए का अनुदान न दिए जाने से जिले की 11 गोशाला पर संकट आन पडा है. इसे पूर्ववत शुरु रखना दुविधाजनक हो गया है. इस संदर्भ में महाराष्ट्र राज्य गोशाला महासंघ के संगठक सुनील सूर्यवंशी ने शासन से गुहार लगाई है. गोसंवर्धन के लिए तत्काल सकारात्मक कदम उठाने का आवाहन किया है.
देश में पुरोगामी राज्य के रुप में पहचान रहने से महाराष्ट्र में गतवर्ष गोसेवा आयोग की स्थापना की गई. शिंदे-फडणवीस-पवार सरकार द्वारा ली गई सकारात्मक भूमिका के कारण राज्य में यह आयोग गठित हुआ. पश्चात राज्य सरकार ने इस आयोग के पास 100 करोड रुपए की निधि भी जमा की. गोवंश संवर्धन के लिए काम करनेवाली गोशाला को सहायता यह आयोग के अन्य मकसद में से एक लक्ष्य है. इस कारण राज्य की अनेक गोशालाओं ने आयोग के पास सहायता के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किए है. इसमें अमरावती जिले की गोशाला के प्रस्ताव का भी समावेश था. इस प्रस्ताव में से 11 प्रस्तावो को शासन ने मंजूरी दी. इस कारण इन गोशालाओं को प्रत्येकी 25 लाख रुपए का अनुदान मिलनेवाला था. इस निधि से मुलभूत सुविधा निर्माण करने सहित गोसंवर्धन के लिए लगनेवाला चारा आदि बातों की व्यवस्था करनी थी. लेकिन आयोग के कुछ अधिकारियों को अडीयल भूमिका के कारण यह निधि गोशाला को वितरित नहीं की गई. परिणामस्वरुप यह सभी रकम मार्च के अंत में शासन के पास जमा की गई. अब आगामी मानसून अधिवेशन में इसे फिर से आयोग की तरफ जमा कर संबंधित गोशाला तक पहुंचाने के लिए महासंघ प्रयास कर रहा है.

* जिले की गोशाला
अनुदान मंजूर हुए गोशालाओं में जिले की 11 गोशाला का समावेश है. इसमें तिवसा, नांदगांव खंडेश्वर, चांदूर बाजार, धामणगांव, दर्यापुर, वरुड, धारणी, अमरावती, मोर्शी, चांदूर रेलवे, अचलपुर की प्रत्येकी एक गोशाला का समावेश है. इन गोशालाओं में कम से कम 122 अथवा अधिक से अधिक 624 गोवंश है.

तुकाराम मुंढे का करें तबादला
गोसेवा आयोग की तरफ से दिए जानेवाले अनुदान के लिए पात्र रहे गोशालाओं की जांच राज्य के पशुसंवर्धन आयुक्त कार्यालय की ओर से की जानेवाली थी. जो आयुक्त तुकाराम मुंढे की अडीयल नीति के कारण समय पर नहीं हो सकी. जिस कारण उनका इस पद पर से तत्काल तबादला कर और गोवंश संवर्धन के लिए सामने आई गोशालाओं को तत्काल अनुदान वितरित करने की मांग सरकार के पास की गई है.
– डॉ. सुनील सूर्यवंशी
राज्य गोशाला महासंघ.

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