अमरावती/ दि.22 – नये साल के पहले डेढ माह में अमरावतीवासियों को करीब 11 लाख रुपए का ऑनलाइन चुना लगाया गया. इसमें केवायसी का बहाना कर क्युआर कोड स्कैन करवाकर लूटा गया. दो लोगों को नौकरी लगाने के बहाने 2 लाख 80 हजार रुपए से ठगा. ओटीपी देने के कारण करीब 5 लाख 71 हजार रुपए खोना पडा. पुलिस के व्दारा सायबर अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए पर्याप्त जनजागृति की जा रही है. फिर भी जनता सजग नहीं हुई.
संबंधित पुलिस थाने समेेत पुलिस आयुक्तालय के सायबर पुलिस थाने में इस तरह की शिकायत दर्ज की जाती है. अगर पुलिस थाने में भी शिकायत दी जाती है तो आगे जांच के लिए सायबर पुलिस थाने को सौंपी जाती है. धोखाधडी होती है तो तत्काल सायबर पुलिस थाने में पहुंचने पर गए रुपए वापस मिल सकते है. जो नागरिक गोल्डन अवर में आये है, उन्हें रुपए वापस दिलाने में पुलिस को सफलता मिली है. सायबर पुलिस व्दारा तत्काल रकम बचाकर रखने के लिए वॉलेट अथवा बैंक से संपर्क किया जाता है. संभव हो तो तस्सली किये बगैर कोई भी ऑनलाइन प्रोसेस न करे क्योंकि ऑनलाइन धोखाधडी के कई मामले सामने आये है. उन्हें जो ऑनलाइन फंसाते है वे मेल आयडी या मैसेज के माध्यम से आप तक पहुंचते है. सायबर कानून अधिक से अधिक नागरिक तक पहुंचाकर उन्हें सायबर अपराध से बचाने के लिए जनजागृति कार्यक्रम शुरु किया गया है. सायबर हायजिंग यह नई संकल्पना जनता में पहुंचाने का मानस है. खुद सुरक्षित रहे, दूसरों को भी सुरक्षित रखे, ऐसा आह्वान पुलिस आयुक्त डॉ.आरती सिंह ने किया है.