अमरावती/दि.20- पुरानी पेंशन की मांग को लेकर जिले के विगत 11 हजार कर्मचारी कामबंद आंदोलन करते हुए अनिश्चितकालीन हडताल पर चले गए है. इन सभी कर्मचारियों के इस अवकाश को अवैतनिक करने का निर्णय सरकार एवं प्रशासन व्दारा लिया गया है. यानी जितने दिन यह कर्मचारी हडताल के नाम पर काम पर गैरहाजिर रहेंगे, उन्हें उतने दिनों का वेतन नहीं मिलेगा, ऐसी जानकारी जिला प्रशासन व्दारा दी गई है.
बता दें कि राज्य के सरकारी व अर्धसरकारी कर्मचारियों सहित शिक्षक व शिक्षेकत्तर कर्मचारी विगत मंगलवार 14 मार्च से पुरानी पेंशन सहित अपनी अन्य प्रलंबित मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हडताल पर चले गए है. साथ ही कर्मचारी संगठनों ने शुक्रवार को जिलाधीश कार्यालय पर विराट मोर्चा निकालकर शक्तिप्रदर्शन भी किया. इसके अलावा जारी सप्ताह में भी हडताली कर्मचारियों व्दारा सोमवार को थाली बजाओं आंदोलन करते हुए गुुरुवार और शुक्रवार को एक बार फिर कलेक्ट्रेट पर मोर्चा निकाला जाएगा. कुल मिलाकर पुरानी पेंशन योजना की मांग को लेकर हडताली कर्मचारी अब आर-पार की लडाई लडने की भूमिका में है. वहीं दूसरी ओर इस हडताल की वजह से प्रशासनिक कामकाज बुरी तरह से प्रभावित हुआ है तथा केवल 30 फीसद ठेका नियुक्त कर्मचारियों व अधिकारियों के भरोसे जैसे-तैसे कामकाज चलाया जा रहा है. ऐसे में सरकार ने इस हडताल को खत्म करने हेतु अब कठोर भूमिका अपनाने का निर्णय लिया है. जिसके तहत हडताल पर रहनेवाले कर्मचारियोें पर महाराष्ट्र नागरी सेवा (उनशासन व अपील) नियम 1979 के अनुसार कार्रवाई की जाएगी. इसके तहत सभी संबंधित विभाग प्रमुखों व्दारा आज से ही अपने-अपने अधिनस्थ कर्मचारियों को हडताल खत्म करने की नोटिस दी जाएगी. साथ ही कर्मचारी जितने दिनों तक हडताल पर रहेंगे उन्हें उतने दिनों का वेतन नहीं दिया जाएगा.