धामणगांव रेल्वे/दि.12- बच्चों को प्राथमिक शिक्षा बड़ी उपयोगी होती है. इस दशा में गुरुजी का प्रत्येक पाठ और सबक बाल मन पर बड़ा असर करता है. जीवन में वह उपयोगी रहता है. 11 साल के नयन गजानन गाढ़वे के साथ ऐसा ही हुआ. गुरुजी द्वारा कक्षा में बतलाया गया सर्पदंश का बचाव नयन ने अपनी जिंदगी सचमुच बचा ली.
हुआ यह कि तहसील के हिंगणगांव का नयन गाढवे जिला परिषद पूर्व माध्यमिक शाला में कक्षा 6 वीं का छात्र है. दिवाली की छुट्टी जारी रहने से वह अपनी मां की मदद करने की दृष्टि से खेत में गया. वहां सोयाबीन की फल्लियां चुनते समय उसे लगा कि उसके पैर पर कुछ काटा है. उसकी मां ने पांव के पास से सर्प को जाते देखा. जिससे वह घबराकर अचेत हो गई.
नयन को सर्पदंश हो जाने की बात ध्यान में आ गई थी. किन्तु तनिक भी न घबराते हुए नयन ने जेब से रुमाल निकाला और जहां सांप ने काटा था, उसके ऊपर पक्का बांध लिया. उसे मुख्याध्यापक मोहन देशमुख द्वारा कक्षा में सर्पदंश होने पर क्या उपाय करना चाहिए, यह बात ध्यान में आ गई थी. उसने फिर पड़ोस के खेत में जाकर अपने सर्पदंश के बारे में बताया. वहां के किसान ने तुरंत सरपंच दुर्गा बख्शसिंह ठाकुर को जानकारी दी. जहां से नयन को यवतमाल के वसंतराव नाईक शासकीय रुग्णालय में उपचार के लिये दाखिल किया गया है. 6-7 दिनों के उपचार के बाद उसकी तबियत अब ठीक है. उपचार करने वाले डॉक्टर्स का कहना है कि शायद नयन को डंसने वाला सांप कम विषैला होगा.