गेंदाबाई श्रीराम मंदिर में 111 वर्ष की परंपरा
रामापुर बुद्रुक में श्रीराम जन्मोत्सव प्रारंभ

* विविध कार्यक्रम और अनुष्ठान
* संस्थान के पास 92 एकड खेती
पथ्रोट/दि.31-यहां से सटे श्रीरामापुर बुद्रुक ग्राम पंचायत की हद में स्थित श्रीमती गेंदाबाई किराड श्रीराम मंदिर संस्थान में राम जन्मोत्सव गुढी पाडवा से प्रारंभ हो गया. इस मंदिर में 111 वर्षों से जन्मोत्सव की परंपरा चली आ रही है. अनेक विशेषताओं से अलंकृत संस्थान ने बडी डिमांड के बाद अपनी आधा एकड जमीन मुस्लिम कब्रस्तान के लिए दे दी थी.
स्थानीय गेंदाबाई ने अपने जीते जी अपनी जगह में श्रीराम मंदिर की स्थापना की. कालांतर में उसका ट्रस्ट में रुपांतर किया. अपनी 132 एकड जमीन उन्होंने संस्थान को दान कर दी. ट्रस्ट में अभी गजानन वर्मा अध्यक्ष, अजय वर्मा सचिव, और कार्यकारिणी सदस्यों के रूप में अनिल वर्मा, पन्नालाल चिठोरे, प्रभाकर टेहरे आदि कामकाज देख रहे हैं.
गेंदाबाई ने मंदिर को 132 एकड खेती दी थी, किंतु जमीन सीलिंग कायदे ने संस्थान के पास अब 92 एकड खेती शेष है. उससे होने वाली आमदनी से श्रीराम मंदिर संस्थान, महादेव मंदिर, मरीमाय मंदिर ऐसे तीन मंदिरों का विभिन्न कार्यक्रमों का खर्च किया जाता है. ट्रस्ट की स्थापना 1959 में की गई थी.
रामनवमी उपलक्ष्य यहां प्रतिवर्ष बडा उत्सव मनाया जाता है. गुढी पाडवा पर कलश स्थापना के साथ उत्सव प्रारंभ हुआ. नौ दिनों तक राष्ट्रीय कीर्तनकार के प्रबोधनात्मक कीर्तन कार्यक्रम, पालकी समारोह आदि के साथ अन्य अनुष्ठान रखे गए है. रामजन्मोत्सव अंतर्गत महाप्रसाद का बडा आयोजन रामापुर बुद्रुक में होता है.
1918 में संगमरमर की मूर्तियां
1914 में स्थापित मंदिर में 1918 में राम दरबार की संगमरमर की मूर्तियां स्थापित की गई. उसका प्रतिष्ठापना समारोह बडे प्रमाण में किया गया. हालही में मंदिर का नवनिर्माण कर सुशोभीकरण किया गया है. हनुमानजी की आकर्षक मूर्ति है. अनेक भाविक नित्य दर्शन हेतु आते है. उत्सव में बडी संख्या में भक्त उमड रहे है.