अवैध साहूकारों पर अब तक 115 छापे
हर छापे पर होता है 7 से 8 हजार का खर्च

अमरावती /दि.15– साहूकारी अधिनियम के लागू होने के बाद से लेकर अब तक जिले में सहकार विभाग के पथक ने अवैध साहूकारों पर करीब 115 छापे मारे है. जिसमें से जारी वर्ष में विगत चार माह के दौरान छापे की 24 कार्रवाईयां हुई. ऐसी प्रत्येक कार्रवाई के लिए 7 से 8 हजार रुपए का खर्च आता है. परंतु इसके बावजूद सहकार विभाग द्वारा अनुदान उपलब्ध नहीं कराया जाता. जिसके चलते ऐसी कार्रवाईयों के चलते सहकार विभाग के संबंधित अधिकारियों को अपनी जेब से पैसा खर्च करना पडता है.
ऐसे में सवाल पूछा जा रहा है कि, उधारी पर ऐसा खर्च कितनी बार किया जाएगा, साथ ही निधि के अभाव में यदि सहकार पथक की कार्रवाईयां रुक गई तो अवैध साहूकारी पर अंकुश कैसे हासिल किया जाएगा. सहकार विभाग द्वारा एक भी जिले में कार्रवाई के लिए अनुदान उपलब्ध नहीं कराए जाने की जानकारी भी सामने आई है.
* संबंधित अधिकारी को उठाना पडता है कार्रवाई का खर्च
अवैध साहूकारों के खिलाफ छापे की कार्रवाई करते समय संबंधित उपनिबंधक व सहायक निबंधक द्वारा कार्रवाई पथक के वाहन व पेट्रोल सहित चाय-नाश्ते व भोजन की व्यवस्था की जाती है. साथ ही कई बार अधिकारियों द्वारा अपने खुद के वाहनों का प्रयोग किया जाता है. परंतु ऐसा खर्च कितने बार किया जाएगा, यह सवाल भी अब पूछा जा रहा है. क्योंकि बार-बार अपनी जेब से पैसा खर्च करना संबंधित अधिकारियों के लिए सिरदर्द साबित हो रहा है और संबंधित अधिकारी अब खर्च के बचने हेतु ऐसी कार्रवाईयों से भी बचना चाह रहे है. ऐसे में यदि इस तरह की कार्रवाईयां रुक जाती है तो इसकी वजह से अवैध साहूकारी का प्रमाण बढेगा.
* एक पथक में होते है आठ लोग
अवैध साहूकारों के यहां छापा मारनेवाले पथक में चार अधिकारी व कर्मचारी, दो पंच व दो पुलिस कर्मी ऐसे कुल आठ सदस्य होते है और एक छापे के लिए एक पथक का खर्च 8 हजार के आसपास होता है. अवैध साहूकार के दुकान, कार्यालय व निवासस्थान पर एक साथ छापा मारने हेतु एक से अधिक पथक की जरुरत पडती है. जिससे कार्रवाई पर होनेवाला खर्च भी बढ जाता है.
* एक कार्रवाई पर होनेवाला खर्च
एक पथक का वाहन किराया -3 हजार रुपए
नाश्ता व भोजन खर्च – 2400 रुपए
स्टेशनरी व अन्य साहित्य – 600 रुपए
वीडियो शुटींग का खर्च – 2 हजार रुपए
एक पथक का कुल खर्च – 8 हजार रुपए