अमरावतीमहाराष्ट्र

1,170 छात्रों को मिली शरीर के वास्तविक अंगों की जानकारी

विदर्भ आयुर्वेदिक कॉलेज में बॉडी ऑर्गन एक्सपो

* एनाटॉमी विभाग की सराहनीय पहल
अमरावती /दि. 4– यद्यपि हमारा शरीर बाहर से देखने में सामान्य प्रतीत होता है, लेकिन आम जनता इस बात से अनभिज्ञ है कि शरीर की आंतरिक शारीरिक प्रणालियां कितनी जटिल रूप से कार्य करती हैं. यद्यपि शरीर की आंतरिक प्रणालियों, अंगों के काम करने के तरीके तथा सम्पूर्ण शरीर को स्वस्थ रखने के तरीकों का ज्ञान चिकित्सा शिक्षा का हिस्सा है, फिर भी आम जनता सदैव अपने शरीर के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहती है. इस जिज्ञासा को श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल द्वारा संचालित विदर्भ आयुर्वेदिक कॉलेज द्वारा वास्तविक मानव अंगों की प्रदर्शनी के माध्यम से संतुष्ट किया गया. कॉलेज के नवोदित मेडिकल छात्रों ने विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के 1,170 से अधिक छात्रों को शव परीक्षण के माध्यम से प्राप्त विभिन्न शरीर अंगों की पहचान, कार्य पद्धति और संरक्षण के बारे में जानकारी प्रदान की. इस सराहनीय पहल पर मंडल के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य, उपाध्यक्ष डॉ. श्रीकांतराव चेंडके, सचिव प्रो. डॉ. माधुरीताई चेंडके ने आयुर्वेदिक कॉलेज को बधाई दी और संतोष व्यक्त किया.
विदर्भ आयुर्वेदिक कॉलेज के शरीर रचना विभाग द्वारा सोमवार 3 फरवरी को सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक बॉडी ऑर्गन एक्सपो का आयोजन किया गया. शरीर रचना (एनाटॉमी) विभाग द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह में विदर्भ आयुर्वेदिक कॉलेज के निदेशक डॉ. रविन्द्र वाघमारे, प्राचार्य डॉ. संजय चोपकर, उद्घाटनकर्ता डॉ. लक्ष्मीकांत खंडागले, रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर डॉ. वैशाली वानखड़े, शरीर रचना विभागाध्यक्ष डॉ. अतुल जैन सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
शरीर रचना (एनाटॉमी) विभाग के प्रमुख डॉ. अतुल जैन के मार्गदर्शन में आयोजित बॉडी ऑर्गन एक्सपो प्रदर्शनी में शहर के स्कूल-कॉलेजों से आए हजारों विद्यार्थियों को शरीर के वास्तविक अंगों से परिचित कराया गया. डॉ. अतुल जैन ने कहा कि, यह प्रदर्शनी मेडिकल छात्रों और प्रदर्शनी में भाग लेने वाले छात्रों दोनों के लिए ज्ञान का दोहरा स्रोत है. इससे बीएएमएस के छात्रों को अभ्यास करने में मदद मिली, जबकि अन्य छात्रों को अपने शरीर की संरचना, अंगों और अपने शरीर को स्वस्थ रखने के महत्व के बारे में जानकारी मिली. इस प्रदर्शनी के लिए आयुर्वेदिक कॉलेज के डॉ. ज्योति कंकाले, डॉ. क्रांतिकुमार आमले, डॉ. मंजूषा कालमेघ, डॉ. नीलेश इंगले, डॉ. प्राध्यापकों एवं गैर-शिक्षण कर्मचारियों का भी सहयोग प्राप्त हुआ. इस प्रदर्शनी में श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के डॉ. जयंत इंगोले, डॉ. दीनानाथ नवाथे, डॉ. केनेडी सिंह, प्रो. प्रसाद थोटे, प्रा. नंदकुमार चव्हाण, प्रो. श्रीकांत आगाशे, डॉ. ललित शर्मा, डा. प्रतिमा हिवसे, प्रो. मोहन पांडे, प्रो. आशीष हाटेकर, प्रो. नाहिद परवीन के मार्गदर्शन में मंडल की विभिन्न शाखाओं के सभी छात्र उपस्थित थे.

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