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रोजाना बढ रहे आंकडों से रापनि कर्मियों में दहशत
अमरावती/दि.15 – राज्य में अब तक राज्य परिवहन महामंडल के 118 कर्मचारियों की कोविड संक्रमण की वजह से मौत हो चुकी है. साथ ही विगत 3 अप्रैल तक 5 हजार 238 रापनि कर्मी कोविड संक्रमण की चपेट में आ चुके थे. इसके बाद भी संक्रमितों व मौतों की संख्या में वृध्दि हुई है. वहीं दूसरी ओर कोविड संक्रमण की वजह से मृत हुए अधिकांश कर्मचारियों के परिजनों को सरकार की ओर से अब तक कोई मदद भी नहीं मिली है.
बता देें कि, इस समय समूची दुनिया कोविड की संक्रामक महामारी का सामना कर रही है. ऐसे दौर में भी एसटी चालक व वाहक पूरी तत्परता के साथ अपना कर्तव्य निभा रहे है. महाराष्ट्र में फंसे परप्रांतियों को उनके राज्यों की सीमाओं तक ले जाकर छोडने के साथ ही राज्य अंतर्गत यात्रियोें को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने का काम रापनि कर्मियों द्वारा किया जा रहा है. इस दौरान कई कर्मचारी कोविड संक्रमण की चपेट में आये और कई संक्रमित कर्मचारियों की मौत भी हुई.
जानकारी के मुताबिक मास्क नहीं पहननेवाले यात्रियों, 50 फीसदी क्षमता पूर्ण होने के बाद बस में चढने से मना करने के बावजूद भीडभाड करनेवाले नागरिकों तथा सार्वजनिक स्थानों पर भोजन करने व पानी पीने जैसी वजहों के चलते रापनि के कर्मचारी कोविड संक्रमण की चपेट में आ रहे है. विगत एक माह से यह संख्या लगातार बढ रही है. पता चला है कि, कोरोना की वजह से ठाणे विभाग में सर्वाधिक 11 रापनि कर्मियों की मौत हुई है. वहीं नासिक विभाग में अब तक 10 कर्मचारियोें की कोविड संक्रमण के चलते जान गयी है.
विदर्भ में 15 मौतें, 727 बाधित
इस समय विदर्भ क्षेत्र के रापनि कर्मचारियों में भी कोविड संक्रमण कहर ढा रहा है. महामंडल के विदर्भ क्षेत्र के 9 विभागों में रापनि के 727 कर्मचारी कोविड संक्रमण की चपेट में आये है और अब तक 15 कर्मचारियों की मौत हुई है. जिसके तहत नागपुर (202 संक्रमित) में 4, अकोला (107 संक्रमित) व वर्धा (33 संक्रमित) में तीन-तीन, बुलडाणा (104 संक्रमित) व भंडारा (90 संक्रमित) में दो-दो तथा गडचिरोली (32 संक्रमित) में एक रापनि कर्मी की मौत हुई है. इसके अलावा अमरावती में 71, यवतमाल में 35 तथा चंद्रपुर में 53 रापनि कर्मी कोविड संक्रमित पाये गये है.