अमरावती/दि.16 – एक निजी कोविड अस्पताल में कोविड संक्रमित मरीज के इलाज हेतु 12 दिनों के लिए 4 लाख रूपये का बिल बनाया गया है. जिसके बारे में मरीज के परिजनों ने जिलाधीश के पास शिकायत की है.
इस शिकायत में अजय शेंदूरकर नामक शिकायतकर्ता द्वारा कहा गया है कि, उनके पिता की कोविड टेस्ट करने के साथ ही उन्हें 11 मार्च को निजी कोविड अस्पताल में भरती कराया गया. जिसकी पॉजीटीव रिपोर्ट तीन दिन बाद मिली और उनके पिता 23 मार्च तक अस्पताल में भरती रहे तथा इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गयी. इन 12 दिनोें के दौरान उनके पिता को रेमडेसिविर के 5 तथा टोसिलीझुमैब का 1 इंजेक्शन दिये जाने की बात बिल में दर्ज की गई है. जिसमें से टोसिलीझुमैब इंजेक्शन के लिए 39 हजार रूपये की रकम दर्शायी गयी है. साथ ही मरीज को भरती करते समय सिटी स्कैन स्कोर 12 था, जो इलाज के बाद एकदम से बढकर 21 हो गया, यह समझ से परे है. साथ ही मृत्यु से पहले उनके पिता ने इस निजी अस्पताल में व्यवस्थित उपचार नहीं होने की बात भी कही थी और उनके पिता को कौनसी दवाईया दी जा रही है, इसकी पूर्व कल्पना परिवार को नहीं दी गई थी. ऐसे में कोरोना के इलाज के नाम पर संबंधित अस्पताल द्वारा की जा रही लूट की जांच किसी तटस्थ एजेंसी द्वारा करायी जाये, ऐसी मांग अजय शेंदूरकर द्वारा की गई है.