अब तक धूल में पडे थे
अमरावती/दि.21- कोरोना टीकाकरण को गति देने के लिए गत वर्ष जिला स्वास्थ्य विभाग को 18 वाहन दिए गए थे. किंतु टीकाकरण में अब इन वाहनों का उपयोग नहीं किया जा रहा है. इसमें से 12 वाहनों को अपडेट कर मेलघाट में जीवनदायी एम्बुलेंस बना दिया गया है. जल्द ही यह रुग्णवाहिका दुर्गम भागों में जनजातिय लोगों के लिए सेवारत हो जाएगी.
* क्या कहा डीएचओ ने
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले ने बताया कि, मेलघाट में रुग्णवाहिका की मांग है. मांग के अनुरुप उक्त वाहनोें को अपडेट किया गया है. मरीजों को अस्पताल लाने और ले जाने के उपयोग में लाया जाएगा. इससे स्वास्थ्य सुविधाएं निश्चित ही बढेगी. मरीजों को फायदा होगा.
* धूल खाते पडे थे
जिले में कोरोना का टीका लेकर केंद्र तक पहुंचाने के लिए 18 वाहन दिए गए थे. जिसमें से दो वाहन मनपा और 4 जिला शल्य चिकित्स के हवाले किए गए. कोरोना का प्रकोप कम होने और 80 प्रतिशत से अधिक लोगों को टीका लग जाने के कारण उक्त वाहन उपयोग नहीं होने से धूल खाते पडे थे. स्वास्थ्य विभाग की अनुमति के बाद मेलघाट के लिए 12 वाहन तैयार किए गए. जो रुग्णवाहिका का काम करेंगे.
* इन गांवों में होंगे तैनात
इन वाहनों को जीवनदायी रुग्णवाहिका नाम दिया गया है. 11 वाहन मेलघाट में दुर्गम क्षेत्रों के मरीजों को अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र लाने और ले जाने के उपयोग में काम आएंगे. वहीं एक वाहन जिलास्तर पर मरीज को लाने और ले जाने के लिए रहेगा. कलमखार, हरिसाल, बैरागड, बिजूधावडी, साद्राबाडी, सलोना, धूलघाट, सेमाडोह, काटकुंभ, टेम्ब्रुसोडा और हतरु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत गांवों को लाभ प्राप्त होगा.