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आज से 14 दिसंबर तक शादियों के 12 मुहूर्त
शहर में 1600 से ज्यादा जोड़े दाम्पत्य जीवन मे बंधेंगे
परतवाड़ा/अचलपुर/दि.१४- 14 नवंबर को देवउठनी एकादशी के साथ भगवान की योगनिद्रा समाप्त होंगी और मांगलिक कार्यो पर 4 माह से लगा प्रतिबंध हट जायेगा. शादियों का सीजन भी शुरू हो जायेगा.धर्मशास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु 4 माह की योगनिद्रा के बाद देवउठनी एकादशी पर जागते है.इस दिन तुलसी-शालिग्राम का विवाह कराने की भी परंपरा है.
नवंबर-दिसंबर में विवाह के 12 मुहूर्त है, इनके दौरान शहर में 1600 से ज्यादा जोड़े दाम्पत्य जीवन मे बंधेंगे.कोरोना के कारण स्थगित हुई शादियों के लिए लोगो ने अब फिर तैयारी शुरू कर दी है.परिसर में 50 के करीब मैरिज गार्डन,लांस,हॉल व धर्मशालाएं है.संचालको के अनुसार एक महीने पहले ही 90 फीसदी से अधिक लांस व हॉल बुक हो गए थे.टेंट व बिछायत कारोबारी सुमित राठौड़ ने बताया कि वैवाहिक सीजन वेडिंग इंडस्ट्री के लिए वैक्सीन साबित होंगा. कोरोना संक्रमण के बाद यह पहला मौका है जब लोग खुलकर खुशियों में शामिल हो पाएंगे.
देवउठनी एकादशी से विवाह मुहूर्त शुरू होंगे,जो 13 दिसंबर तक रहेंगे.इस दौरान विवाह के लिए 16 मुहूर्त है.इसमें 1600 से ज्यादा जोड़े दांपत्य सूत्र में बंधेंगे.ज्योतिषाचार्य पंडित चंद्रशेखर इंदौरिया ने बताया कि पंडितों के पास लगभग सभी मुहूर्त की बुकिंग है.अब लोग बिना मुहूर्त के पाती के लग्न के बारे में पूछताछ कर रहे है और मंदिरों में लग्न करवाने की सोच रहे हैताकि इसी साल शादी की जा सके.15दिसंबर से 14जनवरी तक धनुर्मास की वजह से विवाह के मुहूर्त नही है.
-नवंबर व दिसंबर में ये है विवाह मुहूर्त-: 14,15,19,20,21,22,28,29, व 30 नवंबर 1,6,7,11,व 13 दिसंबर तक मुहूर्त रहेंगे.
व्यापारियों के अनुसार इस बार शादियों के सीजन में 40 फीसदी व्यापार बढ़ने की उम्मीद है.कोरोना के कारण बाजार प्रभावित हुआ था.इस बार दीपावली के दौरान हुए व्यवसाय से व्यापारी संतुष्ट दिख रहे है तो उन्हें अब शादियों के सीजन से काफी उम्मीदें है.कॄषि मंडी से लेकर सभी बाजार पूरी तरह खुल गए है.ऐसे में कारोबारियों को अच्छी ग्राहकी की उम्मीद है.