प्राकृतिक संकट से १२ लोगों तथा ४९ मवेशियों की मृत्यु
११ लोगों की गाज गिरने से, १ की अन्य कारण से
अमरावती/ दि.21– ग्रीष्मकाल की शुरूआती बारिश ही १२ लोगों के लिए काल बनकर बरसी है. १ से १७ जून तक संभाग में प्राकृतिक आपदा से हुई इन मौतों में ११ की जान गाज गिरने से हुई. जबकि एक की मृत्यु अन्य कारण से हुई है. संभागी आयुक्तालय से प्राप्त साप्ताहिक रिपोर्ट के अनुसार सर्वाधिक ८ मौते यवतमाल जिले में हुई है. जबकि वाशिम में २ तथा अमरावती व अकोला में १-१ मौत हुई है. बारिश के दौरान आंधी तूफान की स्थिति में गाज गिरने से घटनाएं भी होती है. यवतमाल जिले के दिग्रस तहसील के माल हिवरा की ७ वर्षीय बालिका रोहणी शंकर आगोसे भी इस प्रकार की घटना का शिकार हुई है. उसी प्रकार सागर रघुनाथ बोरे (२० मोर्शी) , सतीश भाउराव सिरसाट (३३, निंभी बार्शिटाकली) , चंडकु भीमराव मेश्राम (३०, जोगिनवडा, पांढरकवडा) , अभय भास्कर मेश्राम (१९, पाथरी, पांढरकवडा), चंडकु भीमराव मेश्राम (३०, जोगिनकवडा, पांढरकवडा), अक्षय गोविंद कांबले (२१ पाथरी, पांढरकवडा ), अभय भास्कर मेश्राम (१९, पाथरी पांढरकवडा), पृथ्वीराज कामुला राठोड (१८, सुधाकर नगर महागांव) , निंबेश कवडु आत्राम (३५, राजनी, झरीजामनी), गजानन पोचीराम टेकाम (४०, मुधारी झरीजामनी) , पल्लवी दिलीप चव्हाण (१६, इनापुर, पुसद) , नारायण वासुदेव व्यवहारे (१७, गिव्हा कुटे, मालेगांव) तथा गजानन बलीराम थोरात (४३, किनखेड, रिसोड ) आदि की मौत हुई है. इनमें अकोला का एक मामला छोडकर सभी प्रकरण सरकारी मदद के लिए पात्र है. लेकिन अब तक मृतको के किसी भी परिवार को राहत राशि नहीं मिली है.
इस आपदा में अब तक ४९ मवेशियों की भी मौत हुई . वाशिम जिले में सर्वाधिक १८ जानवरों की मौत हुई है. इमनें १० बडे दुधारू तथा ८ छोटे दुधारू मवेशियों का समावेश है. यवतमाल मेें २ बडे दुधारू, ७ छोटे दुधारू, ८ परिश्रमी जानवर मिलाकर कुल १७ मवेशी मृत हुए है.बुलढाणा में ५ बडे दुधारू,१ छोटा दुधारू, ४ परिश्रम बडे जानवर मिलाकर १० मवेशियों की जान गई. अमरावती जिले में ३ छोटे दुधारू, १ परिश्रमी बडा जानवर मिलाकर कुल ४ मवेशियों की मौत हुई है. तूफानी बारिश से संभाग में सैकडों आशियाने भी उजडे है. जिसमें १२ पक्के मकानों का पूरा नुकसान हुआ है. जबकि ६७ पक्के मकानों का आंशिक नुकसान हुआ है. ३६२ कच्चे मकाों को आशिक क्षति पहुंची है. इसी तरह ३९ तबेले भी क्षतिग्रस्त हुए है.
संभाग में केवल मुख्यालय अमरावती जिले में फसल क्षति हुई दर्ज की गई है. जिले में १४ गावोें में ८५२.५६ हेक्टेयर फसलो का नुकसान हुआ है. अन्य किसी जिले में फसल क्षति नहीं हुई है.