अमरावती

जिले में 15 माह में 1,277 पंजीकृत विवाह

पंजीयन पद्धति से विवाह करने का चलन बढा

* समय व पैसों के खर्च में हो रही बचत
अमरावती/दि.18 – जिले के सह दुय्यम निबंधक कार्यालय में विगत 15 माह के दौरान 1 हजार 277 पंजीबद्ध विवाह हुए. 1 जनवरी से 31 दिसंबर 2022 के दौरान 954 तथा 1 जनवरी से 17 अप्रैल 2023 के दौरान 323 जोडों ने पंजीबद्ध विवाह किया. यद्यपि इसके पीछे पैसे व समय के बचत की मुख्य वजह है. लेकिन विविध सरकारी योजनाओं के लाभ, आधार कार्ड अपडेट, पासपोर्ट बनाने व अपडेट करने, विदेश यात्रा पर जाने तथा विवाह के बाद वधु के नाम में बदलाव करने आदि कामों में विवाह पंजीयन प्रमाणपत्र बेहद उपयोगी साबित होता है. जिसके चलते फिलहाल पंजीकृत विवाह करने का चलन काफी बढ गया है. इसके साथ ही अंतरजातिय विवाह व पे्रमविवाह का प्रमाण भी बढ जाने के चलते ऐसे जोडो द्बारा पंजीकृत विवाह करने हेतु निबंधक कार्यालय में आवेदन किया जाता है.
उल्लेखनीय है कि, कोविड काल के चलते विगत 2 वर्षों में कई लोगों को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पडा. इसमें कई सुशिक्षित युवाओं की नौकरियां भी चली गई थी. ऐेसे में कोविड काल के बाद उन्होंने जैसे-तैसे खुद को संभाला और वे काम पर लग गए. साथ ही ऐसे युवाओं ने अपने विवाह पर अनाप-शनाप खर्च करने की बजाय पंजीकृत विवाह करते हुए उसी दिन अपने नजदीकी रिश्तेदारों व मित्रों के साथ रिसेप्शन पार्टी करते हुए अपने विवाह समारोह की खुशी मनाने का सिलसिला शुरु किया. विवाह समारोह पर लाखों रुपए बर्बाद करने की बजाय बेहद साधे व सामान में पद्धति से विवाह करते हुए बचे हुए पैसों को अपने घर परिवार के काम में लाने की सोच से इन दिनों कई युवा प्रेरित है.
ज्ञात रहे कि, महंगाई के इस दौर में विवाह के लिए बडे पैमाने पर खर्च होता है. साथ ही 3 से 4 दिन विभिन्न धार्मिक विधियां व समारोह चलते रहते है. जिस पर होने वाला खर्च सर्वसामान्यों के हैसियत से बाहर रहता है, ऐसे में कई अभिभावकों को अपने बच्चों के विवाह हेतु कर्ज भी निकालना पडता है. लेकिन मौजूदा दौर की युवा पीढी बेवजह के खर्चों को टालते हुए आवश्यक कामों को पूरा करने पर जोर दे रही है. जिसके चलते इन दिनों पंजीबद्ध विवाहों की संख्या बढ रही है. वर्ष 2021 में 930 तथा वर्ष 2022 में 837 पंजीबद्ध विवाह हुए थे.

* पंजीबद्ध विवाह करने पर समय व पैसों की बचत होने के साथ ही विवाह योजनाओं का लाभ भी मिलता है. जिसके चलते इन दिनों कई जोडों द्बारा पंजीबद्ध विवाह करने पर जोर दिया जा रहा है.
– प्रमोद खंडेराय,
सह दुय्यम निबंधक वर्ग 2,
विवाह पंजीयन अधिकारी

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