अमरावती/ दि. 3- समृध्दि हाईवे के निर्माण से लेकर रोजाना दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी है. सरकार द्बारा उसे रोकने के लिए विविध उपाय योजनाओं का दावा किया जा रहा है. लेकिन सभी योजनाएं नाकाम साबित हुई है. 11 दिसंबर से 1 जुलाई तक 201 दिनों में रोजाना 6 से ज्यादा दुर्घटनाएं हुई है. कुल मिलाकर 1287 दुर्घटनाओं में 85 लोगों की जान गई. समृध्दि महामार्ग पर सिंदखेड राजा में शनिवार की तडके ट्रैवल्स बस की भीषण दुर्घटना में 26 लोगों की झुलसकर मृत्यु हो गई. इस घटना से समृध्द हाईवे की दुर्घटनाएं सुर्खियों में आयी है. महाराष्ट्र की भाग्यरेखा के तौर पर निर्मित यह मार्ग दुर्घटनाओं के लिए कुख्यात हो रहा है. 700 किमी लंबे समृध्दि हाईवे पर हो रही दुर्घटनाओं रोकने के लिए चालकों का समुपदेशन, टायर की जांच, जनजागृति के बोर्ड, रिफ्लेटर की जांच की जाती है. लेकिन यह सब कागज पर रहने से दुर्घटनाएं बढती जा रही है. 201 दिनों में 1287 दुर्घटनाओें में 70 जानलेवा, 837 गंभीर तथा 380 मामूली दुर्घटनाएं है. गत 6 माह में वाहनों के टायर फटकर 81 दुर्घटनाएं हुई है. 11 दिसंबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों नागपुर- शिर्डी तक के पहले चरण के रोड का उद्घाटन हुआ. तब से मई 2023 तक इस बालासाहब ठाकरे समृध्दि महामार्ग पर 358 दुर्घटनाएं हुई है. ऐसी जानकारी हाईवे पुलिस ने दी. दूसरे चरण में शिर्डी से आगे के रोड के उद्घाटन के बाद दुर्घटनाओं का सिलसिला और बढ गया. यह चिंता की बात बनकर रह गई है.
महामार्ग सम्मोहन की वजह से चालक को झपकी आने से 104 हादसे हुए है. अब तक समृध्दि पर हुई दुर्घटनाओं में 39 लोगों की मृत्यु हुई है. अभी- अभी यह दुर्घटना से उसमें 25 की बढत होकर आंकडा 64 पर पहुंचा है. दुर्घटनाओं में 134 गंभीर व 236 मामूली घायल हुए है. 153 मामूली हादसों में कोई घायल नहीं हुआ. तापमान में वृध्दि, वाहनों की हाईस्पीड से टायर फटना, महामार्ग सम्मोहन से वाहन अनियत्रित होकर दूसरे वाहन से टकराना या सडक के नीचे उतरकर दुर्घटना होना जैसे मामले सामने आए हैं.
अचानक वन्य पशु सामने आने से 18, तकनीकी खराबी से 16 व ऐन समय पर वाहन खराब होकर 14 दुर्घटनाए हुई है. अन्य वजह से 74 हादसे हुए है. अन्य वजह से 74 हादसे हुए है. दुर्घटना की प्रमुख वजह से तेज गति है. चालकों के प्रबोधन के लिए परिवहन विभाग ने समृध्दि के इंटरचेंज पर विशेष कैम्प लिए. लेकिन दुर्घटनाओं पर रोक नहीं लगी. क्योंकि रोजाना नए-नए वाहन समृध्दि पर दौडते है. शनिवार को तडके हुआ निजी ट्रैवल्स का एक्सीडेंट सर्वाधिक मृत्यु वाला रहा. अब सरकार को दुर्घटनाएं रोकने के लिए गंभीरता से विचार करना होगा.
* वह ट्रैवल्स पीएसआई की पत्नी की
यवतमाल-नागपुर से पुणे के लिए निकली विदर्भ ट्रैवल्स की लक्जरी बस का सिंदखेड राजा के समीप भीषण एक्सीडेंट हुआ. चालक को झपकी आने से यह एक्सीडेंट होने की जानकारी है. दुर्घटनाग्रस्त ट्रैवल्स बस क्रमांक एमएच-29/ बीई-1819 की मालिक प्रगति भास्कर दरणे तथा विदर्भ ट्रैवल्स के संचालक वीरेंद्र दरणे के नाम पर है. यह यवतमाल पुलिस दल में कार्यरत पीएसआई भास्कर दरणे की पत्नी है. पुलिस दल में कार्यरत कर्मचारियों की ट्रैवल्स बेखौफ दौडने की जानकारी 2 वर्ष पूर्व सामने आयी. जिसे लेकर बवाल भी मचा था. दुर्घटनाग्रस्त ट्रैवल्स बस 2020 में खरीदने की जानकारी वीरेंद्र दरणे ने मीडिया को दी. लॉकडाउन के काल में ट्रैवल्स एक साल तक जगह पर खडी रही. उसका फिटनेस प्रमाणपत्र व चालक प्रशिक्षित रहने का दावा दरणे ने किया है. वीरेंद्र व भास्कर दरणे मिलकर ट्रैवल्स का व्यवसाय करते थे. ऐसी जानकारी पुलिस सूत्रों ने दी.
* गाडी के टायर नए थे
कारंजा में गाडी का चालक बदला था. चालक ने अनुभवी और उसे कोई व्यसन नहीं है. 2020 में खरीदी गाडी के टायर नए थे. रात 1.32 के दौरान दुर्घटना की खबर 1.40 बजे मुझे मिली. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दुर्घटना के तुरंत बाद गाडी धधक उठी. तब से प्रशासन के साथ संपर्क में हूॅ. यात्रियों के नाम दिए गए है. छोटे बच्चों के नाम बुकिंग करते समय दर्ज नहीं किए थे.
वीरेंद्र दरणे संचालक विदर्भ ट्रैवल्स यवतमाल
* ट्रैवल्स ने 11 बार तोडे थे नियम
नागपुर-दुर्घटनाग्रस्त विदर्भ ट्रैवल्स की बस ने 11 बार यातायात नियमों का उल्लंघन करने की जानकारी सामने आयी है. उसमें से 7 चालान अभी तक पेडिंग रहने की जानकारी है. 10 मार्च 2023 को आरटीओ द्बारा इस बस को फिटनेस सर्टिफिकेट दिया गया है. जो 10 मार्च 2024 तक है. फिटनेस की जांच में गति नियंत्रक यंत्र सुस्थिति में रहने का उल्लेख है. आरटीओ द्बारा समय-समय पर की गई जांच में दुर्घटनाग्रस्त बस को 11 चालान दिए गए है. जिसमें क्षमता से
ज्यादा यात्री बिठाने के लिए 3-4 चालान काटे गए है. इसके अलावा चालक यूनिफॉर्म में न रहना, विंड स्क्रिन में दोष, टैक्स के लिए चालान दिए गए है.
* किसने दिया फिटने सर्टिफिकेट
दुर्घटनाग्रस्त बस को 10 मार्च 2023 को फिटनेस सर्टिफिकेट देनेवाले मोटर वाहन निरीक्षक का नाम नहीं है. एक साल के लिए दिए गए इस सर्टिफिकेट को लेकर संदेह व्यक्त किया जा रहा है. आरटीओ ने बस की जांच करते हुए अग्निशमन यंत्र की जांच की थी क्या, सह सुस्थिति में था या नहीं, आपातकालीन स्थिति में कांच तोडने के लिए आवश्यक हथोडा जगह पर था या नहीं, इन बातों का खुलासा आरटीओ के चालान में नहीं हैं.