* कंगाले, जगन्नाथ, कुमार 3-3 वर्ष रहे
अमरावती/दि.14 – अमरावती शहर में पुलिस आयुक्तालय की स्थापना हुए 24 वर्ष बीत गये. इस दौरान 13 पुलिस आयुक्त ने यहां महकमें के मुखियां के रुप में सेवाएं दी. जहां तक कार्यकाल पूर्ण करने की बात करें तो बाबासाहब कंगाले, जगन्नाथ और अमितेश कुमार ने 3-3 वर्ष का कार्यकाल यहां पूर्ण किया. कुमार को अमरावती का सीपी रहते राष्ट्रपति का मेडल भी प्राप्त हुआ था. उनके कार्यकाल में अनेक चर्चित वारदात हुई और उसका पुलिस ने तत्परता से पता लगाकर आरोपियों को सलाखों के पीछे डाला था.
* गाडगे से शुरुआत
अमरावती में रामराव गाडगे 6 जुलाई 1998 को बतौर पुलिस आयुक्त सेवारत हुए थे. 15 माह के बाद उनके स्थान पर पंकज गुप्ता को नियुक्त किया गया. गुप्ता ने 30 अक्तूबर 1999 को पद संभाला. 5 माह बाद प्रभात रंजन, 9 मार्च 2000 को अमरावती के नये सीपी बने थे. रंजन 10 जून 2001 को चले गये. 11 जून से अंकुश धनविजय ने अमरावती में सीपी के तौर पर सेवाएं दी. धनविजय की बदली अक्तूबर 2003 में हुई. बाबासाहब कंगाले 14 अक्तूबर 2003 से 5 अगस्त 2006 तक अमरावती के आयुक्त रहे. उपरान्त जगन्नाथ ने पद संभाला. 31 अगस्त 2009 तक जगन्नाथ बने रहे. जिससे कह सकते है कि, अभी तक सर्वाधिक एक समय तक अमरावती में सीपी के तौर पर जगन्नाथ ने कामकाज संभाला. उनके बाद अमितेश कुमार ने सीपी के रुप में सबसे युवा पुलिस अधिकारी होने का रुतबा अंबानगरी में कायम किया. 31 अगस्त 2009 से 25 जून 2012 तक कुमार ने अमरावती में अनेक चर्चित प्रकरणों को हैंडल किया.
कुमार के कार्यकाल के बाद अमरावती के लोगों की सीपी पद से अपेक्षाएं बढ गई थी. ऐसे में अजित पाटील 25 जून 2012 से 23 फरवरी 2014 तक सीपी रहे. उनके कार्यकाल में शहर के विधायक के साथ बदसलूकी का बडा इंसिडेंट हुआ था. पाटील के खिलाफ कांग्रेस ने अमरावती बंद का आयोजन किया गया. बहरहाल 23 फरवरी 2014 से 1 जून 2015 तक सुरेश कुमार मेकला ने पद संभाला. उपरान्त राजकुमार 8 जून 2015 से 15 जनवरी 2016 तक अमरावती के सीपी रहे. 2016 से 4 अगस्त 2018 तक दत्ता मंडलित एवं 4 अगस्त 2018 से 9 सितंबर 2020 तक संजय बाविस्कर सीपी रहे. वर्तमान सीपी डॉ. आरती सिंह ने 9 सितंबर 2020 को पद ग्रहण किया था. कोरोना कार्यकाल दौरान बंदोबस्त का दायित्व निभाया.