13 शिक्षण सेवकों ने आरंभ किया बेमियादी अनशन
शिक्षा सेवकों का कार्यावधि पूर्ववत करने की मांग
अमरावती/ दि.9 – बीते 9 वर्षों से 13 शिक्षण सेवकों व्दारा कार्यावधि पूर्ववत करने की मांग की जा रही हैं, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जिसके चलते 13 शिक्षण सेवकों ने आज से बेमियादी अनशन आरंभ किया हैं.
बता दें कि, साल 2012 में कक्षा 10वीं व 12वीं के नतीजे कम आने से शासकीय माध्यमिक आदिवासी आश्रम स्कूल व संलग्नित कनिष्ठ महाविद्यालय विषय शिक्षकों पर 60 फीसदी से कम नतीजे आने पर कार्रवाई प्रस्तावित की गई थी, लेकिन शिक्षण सेवकों को छोडकर अन्य स्थायी शिक्षकों पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. केवल शिक्षण सेवकों का कार्यावधि एक से तीन महिने तक बढाया गया. वास्तविक रुप से देखा जाए तो शिक्षा विभाग के परिपत्रक के अनुसार एक शैक्षणिक सत्र में कम नतीजे आने पर कोई भी कार्रवाई नहीं की जा सकती. फिर भी शिक्षण सेवकों पर कार्रवाई की गई है. जिसके चलते 13 शिक्षण सेवकों ने सीटू संगठन के बैनरतले जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बेमियादी अनशन शुरु किया है. इस अनशन में एन.पी.दिघाडे, आर.व्ही.पाटील, एस.एच.सहारे, एच.सी.कुहिकर, पी.ए.देशमुख, एम.एस.देशमुख, एन.व्ही.नरशुंकार, यू.पी.गोमासे, ए.जी.गाढवे, आर.व्ही .माटे, व्ही.डी.पांडे आदि का समावेश है.