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टीचर की मार से आहत 13 साल के बच्चे ने लगायी फांसी

अमरावती शहर के शिक्षा जगत में अपनी तरह की पहली घटना

* मरने से पहले सुसाईड नोट भी लिखा
* मां की शिकायत पर मुख्याध्यापिका नामजद
* आत्महत्या के लिए प्रवृत्त करने का मामला हुआ दर्ज
अमरावती/दि.10- स्थानीय साईनगर परिसर स्थित तखतमल इंग्लिश हाईस्कुल की कक्षा 8 वीं में पढनेवाले चैतन्य दिवाकर सिसोदे नामक 13 वर्षीय बच्चे ने विगत 8 सितंबर को खंडेलवाल नगर परिसर में संत सीताराम बाबा कालोनी स्थित अपने आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जिसके द्वारा आत्महत्या करने से पहले लिखी गई चिठ्ठी के आधार पर बडनेरा पुलिस स्टेशन में तखतमल इंग्लिश हाईस्कुल की मुख्याध्यापिका वैशाली चिखलकर (रौंदलकर) के खिलाफ धारा 305 व 306 के तहत अल्पवयीन बच्चे को आत्महत्या के लिए प्रवृत्त करने का मामला दर्ज किया है.
इस संदर्भ में मृतक चैतन्य सिसोदे की मां अंजली दिवाकर सिसोदे द्वारा बडनेरा पुलिस थाने में दर्ज करायी गई शिकायत के मुताबिक उनका 13 वर्षीय बेटा चैतन्य सिसोदे साईनगर परिसर स्थित तखतमल इंग्लिश हाईस्कुल की कक्षा 8 वीं में पढता था. इस शाला की मुख्याध्यापिका वैशाली चिखलकर है. विगत 8 सितंबर को वे (अंजली सिसोदे) घर के लिए किराणा सामान लाने हेतु शाम 6 बजे डिमार्ट गई थी. उस समय उनका बेटा चैतन्य घर पर अकेला था और पढाई कर रहा था. जब वे डिमार्ट से वापिस लौटी और उन्होंने दरवाजा खोलने के लिए चैतन्य को आवाज दी, तो भीतर से कोई प्रतिसाद नहीं मिला. साथ ही मोबाईल कॉल करने पर उसने फोन भी नहीं उठाया. इस समय घर का एक दरवाजा आधा खुला दिखाई दिया. जिसे खोलते हुए जब वे घर के भीतर पहुंची, तो उनका बेटा चैतन्य हॉल में सिलींग फैन से सफेद रस्सी के फंदे पर लटकता दिखाई दिया. यह नजारा देखकर वे घबरा गई और उन्होंने मदद के लिए चीख-पुकार की. लेकिन आसपास में रहनेवाला कोई भी व्यक्ति उनकी सहायता के लिए नहीं आया. ऐसे में उन्होंने पुणे में रहकर इंजिनिअरींग की पढाई कर रही अपनी बेटी को फोन लगाया और उसके बताये अनुसार चाकू से फंदे की रस्सी को काटकर चैतन्य को नीचे उतारा. साथ ही अपने भाई पंकज येवतीकर को इसकी जानकारी दी. जिसके बाद चैतन्य को रिम्स् हॉस्पीटल ले जाया गया. जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं इस बीच चैतन्य द्वारा खेलने हेतु प्रयोग में लाये जाते रूबी क्यूब पर सेलो टेप से चिपकायी हुई एक चिठ्ठी बरामद हुई. जिसे खुद चैतन्य ने अपने हाथों से अंग्रेजी भाषा में लिखा था. जिसकी फोटो अंजली सिसोदे ने पुणे में रहनेवाली अपनी बेटी को भेजी. जिसने चिठ्ठी पढकर बताया कि, स्कुल में कक्षा शुरू रहते समय वह अपने एक सहपाठी से मिलने चला गया. इसी समय मुख्याध्यापिका वैशाली चिखलकर वहां आ गई और उन्होंने चैतन्य की पिटाई करने के साथ ही उसे क्लासरूम से बाहर निकाल दिया. जिसके चलते कक्षा के अन्य बच्चे चैतन्य पर हंसने लगे और उसकी मजाक उडाने लगे. यह बात चैतन्य को काफी बुरी लगी और इससे आहत होकर उसने आत्महत्या कर ली.
इस चिठ्ठी के सामने आते ही मृतक चैतन्य की मां अंजली सिसोदे ने तुरंत बडनेरा पुलिस स्टेशन पहुंचकर तखतमल इंग्लिश हाईस्कुल की मुख्याध्यापिका वैशाली चिखलकर (45, समर्थवाडी) के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी. जिसके आधार पर बडनेरा पुलिस ने धारा 305 व 306 के तहत अल्पवयीन को आत्महत्या के लिए प्रवृत्त करने का मामला दर्ज किया है. मामले की जांच बडनेरा पुलिस स्टेशन की पीएसआई सुषमा आठवले द्वारा की जा रही है.

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