अमरावती

रास्तों की दुरूस्ती के लिए लगेंगे 139 करोड रूपये

बाढ व बारिश से 450 किमी रास्ते और 144 पुलों का हुआ नुकसान

* नुकसान और बेजा खर्च की जिम्मेदारी आखिर किस पर?
अमरावती/दि.5– विगत माह हुई अतिवृष्टि और इस वजह से आयी बाढ के चलते अमरावती जिले में करीब 450 किमी क्षेत्र में सडकों का नुकसान हुआ है. वही 144 छोटे-बडे पुल टूट गये है. जिनकी दुरूस्ती के लिए सरकार से 139 करोड रूपयों की मांग की गई है. जाहीर तौर पर सरकार द्वारा यह निधी उपलब्ध भी करा दी जायेगी, लेकिन इस नुकसान की जवाबदेही भी तय होना जरूरी है. जिसके तहत सडकों का निर्माण करनेवाले ठेकेदारों सहित जिला परिषद निर्माण विभाग, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग तथा मनपा निर्माण विभाग के अधिकारियों से इस बारे में पूछताछ होनी चाहिए और घटिया निर्माण के लिए जिम्मेदार रहनेवाले अधिकारियों की जवाबदेही भी तय होनी चाहिए, ताकि ऐसी आपत्तियों के बाद रास्तों व पूलों की दुरूस्ती पर होनेवाले खर्च को टाला जा सके.
उल्लेखनीय है कि, रास्तों व पुलों के निर्माण का ठेका देते समय उनके देखभाल व दुरूस्ती की जिम्मेदारी भी संबंधित ठेकेदार पर होती है. इसके साथ ही काम की गुणवत्ता बेहतरीन रहे और काम अच्छे तरीके से हो, इसकी ओर संबंधित महकमों द्वारा ध्यान दिया जाना आवश्यक रहता है. लेकिन 100 में से 10 से 15 फीसद कामों में लापरवाही होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता, ऐसा खुद जिला परिषद, पीडब्ल्यूडी व मनपा द्वारा स्वीकार किया जाता है. यह अपने आप में सबसे बडे हैरत की बात है.
बता दें कि, रास्तों व पुलों की श्रेणी के मुताबिक उनका निर्माण करनेवाले ठेकेदारों के पास देखभाल व दुरूस्ती की जिम्मेदारी एक से पांच वर्ष तक रहती है. जिसके अनुसार अधिकांश उखडे रास्तोें व टूट पुलों के देखभाल व दुरूस्ती की मुदत खत्म हो गई थी. पश्चात इसे लेकर करारनामे की मुदत तक ‘मरहमपट्टी’ की गई थी. इसके अलावा इसे लेकर अन्य कोई ध्यान नहीं दिया गया था. जिसके परिणाम स्वरूप अतिवृष्टि की वजह से इन सडकों व पुलों का नुकसान हुआ और अब इसकी दुरूस्ती के लिए निधी दिये जाने की मांग सरकार से की गई.
बता दें कि, जुलाई माह के तीसरे सप्ताह में मूसलाधार बारिश की वजह से हर ओर बाढ एवं जलजमाववाली स्थिति बनी. जिसके चलते ग्रामीण मार्ग व अन्य जिला मार्ग भी 389.5 किमी पीडब्ल्यूडी के 50 किमी और मनपा के 10 किमी रास्तों का नुकसान हुआ है. वही जिला परिषद के 136 तथा सार्वजनिक लोकनिर्माण के 8 पुल टूट गये है. बाधारहित आवागमन के लिए इन पुलों की दुरूस्ती बेहद जरूरी है. जिसके लिए जिला परिषद ने 131.5 करोड, पीडब्ल्यू ने 6 करोड तथा मनपा ने 1.5 करोड रूपये के प्रस्ताव सरकार के पास भेजे है.
* इस बार सरकार के पास जल्द प्रस्ताव भेजा
अतिवृष्टि के चलते पीडब्ल्यूडी के 8 रास्ते और कुछ पुल खराब हुए है. जिनकी दुरूस्ती हेतु नुकसान भरपाई के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया है. प्रतिवर्ष ऐसे प्रस्ताव बारिश का मौसम बीत जाने के बाद भेजा जाता है. किंतु इस बार जुलाई माह में ही बडे पैमाने पर नुकसान होने के चलते प्रस्ताव थोडा जल्दी भेजा गया है.
– सुनील थोटांगे
कार्यकारी अभियंता, पीडब्ल्यूडी, अमरावती
* आवश्यकता रहने के चलते नुकसान भरपाई मांगी
मूसलाधार बारिश की वजह से शहर में उखडकर खराब हुए रास्तोें का निर्माण करने हेतु निधी की आवश्यकता रहने के चलते सरकार के पास तुरंत ही प्रस्ताव भेजा गया है और कुछ रास्तों की दुरूस्ती हेतु निविदाएं भी मंगाई गई है.
– रविंद्र पवार
शहर अभियंता, अमरावती मनपा
* इस वर्ष नुकसान हुआ अधिक
गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष बारिश काफी अधिक हुई है और जिले में रास्तों के साथ-साथ पुलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. जिनकी दुरूस्ती के लिए निधी की आवश्यकता रहने के चलते सरकार से निधी मांगी गई है.
– विजय वाठ
कार्यकारी अभियंता, जिप निर्माण विभाग

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