अमरावती

संभाग में १४.७२ लाख किसानों ने निकाला प्रधानमंत्री फसल बीमा

गत वर्ष की तरह इस बार भी बेहतरीन प्रतिसाद

  • जिले के केवल १८५३३२ किसानों का ही समावेश

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२१ – गत वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी अमरावती संभाग के किसानोें ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को बेहतरीन प्रतिसाद दिया है. उल्लेखनीय है कि, इस वर्ष अगस्त माह से लगातार चल रहीं बारिश की वजह से किसानोें का अच्छाखासा नुकसान हो रहा है. ऐसे में किसानों ने खरीफ फसलों के साथ-साथ अपनी आर्थिक सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को अपनाया है. जहां गत वर्ष संभाग के १४ लाख ९३ हजार किसानों ने फसल बीमा निकाला था. वहीं इस वर्ष १४ लाख ७२ हजार किसानों ने फसल बीमा निकालते हुए बीमा किश्त के तौर पर १०७ करोड ७० लाख रूपये बीमा कंपनी के पास जमा कराये है. बता दें कि, पांच जिलों का समावेश रहनेवाले अमरावती संभाग में किसानों की संख्या १९ लाख १३ हजार है. जिसमें से १४ लाख ७२ हजार ६५४ किसानों ने फसल बीमा निकाला. हालाकि गत वर्ष की तुलना में २०-२२ हजार किसानों ने इस वर्ष बीमा को नहीं अपनाया. वर्ष के शुरूआत में फसल बीमा को किसानों का प्रतिसाद काफी कम रहा. लेकिन मूंग, उडद की फसल हाथ से निकल जाने के बाद अत्याधिक बारिश के कारण फसलों का नुकसान होने की संभावना से अधिकांश किसानों ने बीमा निकालना शुरू कर दिया. जिलानिहाय आंकडों पर नजर डाली जाये तो यवतमाल जिले में सर्वाधिक ४,६२,८९४ तथा अमरावती सबसे कम १,८५,३३२, बुलडाणा में २,८८,७३४, अकोला में २,६३,९९३ और वाशिम में २,७१,७०१ ऐसे कुल १४,७२,६५४ किसानों ने बीमा निकाला. जिसमें कर्जदार किसानों की संख्या ४ लाख ३८ हजार २४५ है और बगैर कर्जदार किसानों की संख्या १० लाख ३४ हजार ४०९ है. आंकडो पर गौर किया जाये तो वर्ष २०१६-१७ में संभाग से सर्वाधिक १७ लाख किसानों ने फसल बीम निकाला. जबकि वर्ष २०१७-१८ में मात्र ७ लाख किसानों ने ही बीमा को अपनाया है.

  • ९६३ करोड का मुआवजा बांटा

वर्ष २०१९-२० में फसल बीमा में १४ लाख ९३ हजार किसानों ने उनके हिस्से के रूप में १०३ करोड ७७ लाख रूपये का बीमा कंपनी के पास जमा कराया था. जिसमें केंद्र व राज्य सरकार द्वारा भी अंशदान दिया गया था. जिसके फलस्वरूप बीमा कंपनी द्वारा ९६३ करोड रूपयों की नुकसान भरपाई वितरित करने का दावा कंपनी की ओर से किया जा रहा है. वहीं इस वर्ष बुलडाणा जिले में २१९७९१.५६ हेक्टेयर के लिए २१ करोड २७ लाख, अकोला में २१७९३२ हेक्टेयर के लिए १८ करोड ४८ लाख, वाशिम में १९२०८२.३७ हेक्टेयर के लिए १७ करोड २४ लाख, अमरावती में १७६२८४ हेक्टेयर के लिए १५ करोड ६१ लाख और यवतमाल में ३३२१२४.५४ हेक्टेयर के लिए ३५ करोड ८ लाख रूपयों का बीमा प्रीमियम भरा गया है.

  • फसल बीमा के वर्षनिहाय आंकडे

   वर्ष                                  लाभार्थी संख्या 

२०१३-१४                           ६ लाख ९६ हजार

२०१४-१५                          ७ लाख ९५ हजार

२०१५-१६                          १५ लाख ३४ हजार

२०१६-१७                          १७ लाख ११ हजार

२०१७-१८                          ७ लाख ५४ हजार

२०१८-१९                          १२ लाख २२ हजार

२०१९-२०                          १४ लाख ९३ हजार

 

  • और भी बढ सकते हैं आंकडे

इस संदर्भ में जानकारी देते हुए सांख्यिकी अधिकारी अर्चना निस्ताने ने बताया कि, इस वर्ष प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को किसानों ने अच्छा प्रतिसाद दिया है. फसल बीमा के आंकडे और भी बढने की संभावना है. बैंक द्वारा डिटेल लिये जा रहे है. जिससे सूची अपलोड करने का काम किया जा रहा है. हालांकि गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष किसानों की संख्या २० से २२ हजार तक घटी है.

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