जिले की 14 ‘लाडली बहनों’ ने खुद को किया योजना से अलग
प्रतिमाह मिलने वाले अनुदान को बंद करने हेतु किया आवेदन
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* जिले में 7,08,187 महिला लाभार्थी, 20 हजार आवेदन खारिज
अमरावती /दि.5– ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण’ योजना के तहत लाभार्थी रहने वाली महिलाओं की जांच पडताल होनी है और अपात्र महिलाओं को दिया जाने वाला अनुदान बंद किया जाना है. इस आशय की जानकारी सामने आने के साथ ही विगत कुछ दिनों से यह चर्चा भी चल रही है कि, अपात्र लाभार्थियों के बैंक खाते में अब तक जमा हुई रकम की सरकार द्वारा वसूली भी की जाएगी. जबकि सरकार ने ऐसी किसी भी संभावना से साफ इंकार कर दिया है. परंतु इस बाद भी योजना हेतु अपात्र साबित हो सकने वाली महिलाओं के मन में इस योजना को लेकर कुछ हद तक भय व्याप्त है. जिसके चलते अब तक 14 लाडली बहनों ने खुद ही आवेदन करते हुए इस योजना के तहत खुद को दिये जाने वाले लाभ को बंद करने का निवेदन किया था. आगामी कुछ दिनों में ऐसे आवेदन करने वाली महिला लाभार्थियों की संख्या और भी अधिक बढ सकती है. ऐसी संभावना जतायी जा रही है.
बता दें कि, विधानसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार ने ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण’ शुरु करते हुए योजना के तहत पात्र रहने वाली महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपए देने की शुरुआत की थी. इस योजना के चलते ही महायुति को विधानसभा चुनाव में शानदार सफलता भी मिली थी. इस योजना के तहत जिले में कुल 7 लाख 7 हजार 187 महिलाएं पात्र साबित हुई थी. जिसमें से 20 हजार 293 आवेदनों को स्थायी तौर पर तथा 1673 आवेदनों को अस्थायी तौर पर खारिज किया गया था. साथ ही 4187 आवेदन मंजूरी की प्रतीक्षा में है. वहीं अब जिले की 14 लाडली बहनों ने खुद होकर इस योजना का लाभ लेने से इंकार करते हुए अपने आप को योजना से बाहर करने हेतु आवेदन किया है. ऐसे में अब सभी की निगाहे इस बात की ओर लगी हुई है कि, जिले में और कितनी महिलाओं द्वारा इस योजना का लाभ छोडने हेतु आवेदन किया जाता है.
* लाभ छोडने वाली महिलाओं की संख्या बढेगी
जिले में अब तक केवल 14 महिलाओं ने मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण योजनांतर्गत मिलने वाले आर्थिक लाभ को छोडने हेतु आवेदन किया है. योजना के लाभार्थियों की दोबारा होने वाली पडताल के मद्देनजर लाभ छोडने वाली महिलाओं की संख्या के बढने की पूरी संभावना है. जिसके चलते जिले में लाडली बहिण योजना के लाभार्थियों की संख्या कम हो सकती है.
* कौनसी महिलाएं होगी अपात्र
जिन महिलाओं के परिवार द्वारा आयकर भरा जाता है और जिन महिलाओं के घर पर चारपहिया वाहन है, ऐसी महिलाओं को अब इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा. साथ ही अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने वाली महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपए की बजाय दोनेां योजनाओं में रहने वाले फर्क की रकम मिलेगी.
* लाभ छोडने हेतु कहां करें आवेदन?
‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिण’ योजनांतर्गत खुद होकर सरकार की ओर से मिलने वाले लाभ को मना करने हेतु इच्छुक महिलाओं द्वारा संबंधित तहसील के महिला व बाल विकास प्रकल्प अधिकारी के पास लिखित तौर पर आवेदन किया जा सकता है.
* जिले में 7 लाख 8 हजार 187 महिलाएं लाडली बहन योजना हेतु पात्र साबित हुई है. जिसमें से विविध तहसीलों की 14 लाडली बहनों ने अब तक प्रशासन के पास आवेदन करते हुए खुद को मिलने वाले लाभ को बंद करने का निवेदन किया है. संबंधित तहसील के महिला व बालविकास अधिकारी कार्यालय के पास आये आवेदनों की फिलहाल जांच पडताल की जा रही है.
– विलास मरसाले,
डेप्यूटी सीईओ,
महिला व बालकल्याण.