अमरावती

राज्य के 14 एसटी बस तल निर्माण कार्य होंगे रद्द

अधिकारियों ने बताया समयावधि कम होने के कारण कंपनीयां आगे नहीं आ रही है

अमरावती प्रतिनिधि/दि.६ – विमान तल की तर्ज पर ही एसटी डिपो तथा बस स्टॉप पर भी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य के एसटी महामंडल के 14 बस स्टॉप व डिपो में बस तल निर्माण करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन जिसमें से पनवेल बस स्टॉप का तल निर्माण कार्य बीते चार वर्षों से प्रलंबित है. औरंगाबाद का भी निर्माण कार्य प्रलंबित ही है.
एसटी महामंडल ने राज्य के पनवेल, औरंगाबाद (सिडको), पुणे, नाशिक महामार्ग, बोरिवली नॅन्सी कॉलोनी, नागपुर, सांगली, जलगांव, धुले, कोल्हापुर, नांदेड समेत अन्य तीन जगहों का चयन किया है. जिसके लिए निविदाएं भी निकाली गर्ई है. लेकिन जटील शर्तों के कारण दो से तीन बार निविदाएं निकालकर भी कोई प्रतिसाद नहीं मिल रहा था. आखिरकार कुछ शर्तों में बदलाव किये जाने के बाद ही पनवेल बस स्टॉप, औरंगाबाद बस तल की निविदाओं को कुछ हद तक प्रतिसाद मिला है.
चार साल बीत जाने के बाद भी पनवेल स्थित बस स्टॉप निर्माण कार्य की शुुरुआत नहीं हुई है. निविदाओं में दिखाई जगह व प्रत्यक्ष जगह में तफावत होने चलते कुछ जगहों पर अतिक्रमण होने की बात सामने आयी है. औरंगाबाद के निर्माण कार्य भी बीते दो साल से प्रलंबित है और अन्य जगहों के कामों का विचार ही नहीं किया गया है. प्रकल्प सर्वसामान्य तौर पर तीन साल में पूर्ण करना आवश्यक रहता है. प्रकल्प की मुदद बीत चुकी है, लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाए गए है.
प्रकल्प 30 वर्ष के भाडे तत्व करार पर कंपनी को दिया जाने वाला है. लेकिन यह समयावधि कम रहने के कारण अनेक कंपनीयां आगे नहीं आ रही है, ऐसा एसटी के अधिकारियों कहा है. इसलिए 60 वर्ष भाडे तत्व करार पर देने का विचार रहने की बात सूत्रों ने बतायी है.

  • प्रकल्प में ऐसा है क्या?

बस डिपो व स्थानक का बस तल के लिए विमान तल की तर्ज पर विकास किया जाने वाला है. आलिशान व बडा बस तल, प्रवाशियों के आगमन व प्रस्थान हेतू अलग जगह, रिक्षा-टैक्सी के लिए तल, मॉल, तिकीट विंडो, प्रवाशियों को बैठने के लिए व इस्तेमाल के लिए जगह आदि सुविधाएं उपलब्ध की जाएगी.
पनवेल बस स्टॉप व औरंगाबाद में स्थित बस तल के काम कुछ तांत्रिक कारणों से रुके हुए है. जल्द ही उक्त कामों को शुरुआत होगी. इतना ही नहीं तो अन्य जगहों पर बस तल निर्माण हेतू निविदाएं निकालने का मानस है.
– शेखर चन्ने, व्यवस्थापकीय संचालक, एसटी महामंडल

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