14 वर्षीय छात्रा ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
कक्षा 9 वीं में पढती थी मृतक शमिका पानोडे
* गणेडीवाल लेआउट परिसर में जबर्दस्त हडकंप
* आत्महत्या की वजह अब तक अज्ञात
अमरावती/दि.4– शहर के संभ्रांत लोगोें को रिहायशी इलाका माने जाते गणेडीवाल लेआउट परिसर में कल दोपहर उस समय जबर्दस्त हडकंपवाली स्थिति बन गई, जब इस परिसर के निर्मलकलश अपार्टमेंट में रहनेवाली 14 वर्षीय शमिका अनिल पानोडे नामक स्कूली छात्रा ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. हालांंकि 24 घंटे बाद भी इस आत्महत्या की वजह ज्ञात नहीं हो पायी. वहीं दूसरी ओर पुलिस ने कल दोपहर ही घटनास्थल का पंचनामा करते हुए शमिका के शव का पोस्टमार्टम करवाया और पोस्टमार्टम पश्चात शव को पानोडे परिवार के सुपुर्द कर दिया गया.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक स्थानीय इंडो पब्लिक स्कूल में कक्षा 9 वीं की छात्रा रहनेवाली 14 वर्षीय शमिका पानोडे हमेशा की तरह गुरूवार की सुबह स्कूल चली गई थी और अपरान्ह 1.30 बजे स्कूल से वापिस घर लौटी. इस समय तक उसके माता-पिता व बडी बहन हमेशा की तरह अपने-अपने काम पर जा चुके थे और शमिका घर में अकेली थी. जिस समय शमिका स्कूल से घर वापिस लौटी, तब उसे पडोस में रहनेवाले सिध्दभट्टी परिवार की एक महिला ने देखा था और इस महिला को देखकर शमिका भी मुस्कुराई थी. जिसके बाद वह अपने घर में चली गई. इसके पश्चात एक घंटा बीत जाने पर भी जब शमिका अपने घर से बाहर नहीं आयी, तो पडोस में रहनेवाली महिला ने उसे आवाज दिया. साथ ही दरवाजे की घंटी बजाई, लेेकिन काफी देर तक भीतर से कोई प्रतिसाद नहीं मिला. ऐसे में उस महिला ने इसकी सूचना शमिका की मां को दी और शमिका की मां ने तुरंत घर लौटकर जब अपने पास की चाबी से घर का दरवाजा खोला, तो भीतर बेडरूम में शमिका फांसी के फंदे से लटकी हुई दिखाई दी. यह देखकर शमिका की मां व पडोसन महिला बुरी तरह घबरा गये और शमिका को तुरंत ही फंदे से उतारकर जिला सामान्य अस्पताल ले जाया गया. किंतु वहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस समय तक शमिका के पिता व अन्य रिश्तेदार भी जिला सामान्य अस्पताल में पहुंच चुके थे. वहीं मामले की सुचना मिलने पर गाडगेनगर पुलिस भी जिला सामान्य अस्पताल व गणेडीवाल ले आउट परिसर स्थित पानोडे परिवार के घर पर पहुंच चुकी. जहां पर पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा करते हुए शव को पोस्टमार्टम हेतु रवाना किया. साथ ही देर शाम तक पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को पूर्ण करते हुए शव पानोडे परिवार के सुपुर्द कर दिया गया. इस समय कुछ समय के लिए तनावपूर्ण वातावरण बन गया था. किंतु पुलिस ने शमिका के पिता व परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया.
* शाला प्रशासन पर लगाये आरोप
पोस्टमार्टम की प्रक्रिया निपटने के बाद जब शमिका के शव को उसके पिता के सुपुर्द किया गया, तो उसके पिता सबके सामने बेहद गुस्से में आकर कहा कि, इस मामले में इंडो पब्लिक स्कुल प्रशासन की जांच की जानी चाहिए. क्योंकि स्कूल प्रशासन द्वारा दी जानेवाली तकलीफों की वजह से ही उनकी बेटी ने त्रस्त होकर आत्महत्या की है. अनिल पानोडे द्वारा लगाये गये इस आरोप की वजह से वातावरण कुछ देर के लिए काफी तनावपूर्ण हो गया था. इस समय पुलिस ने शमिका के पिता को समझा-बुझाकर शांत करते हुए कहा कि, वे चाहें तो स्कूल प्रबंधन के खिलाफ लिखित तौर पर शिकायत दर्ज करा सकते है. जिसके बाद मामला कुछ शांत हुआ
* शमिका के मोबाईल व लैपटॉप को भी खंगाला गया
गाडगेनगर पुलिस स्टेशन के थानेदार आसाराम चोरमले के नेतृत्व में इस मामले की जांच कर रहे एपीआई उदयशंकर तिवारी ने बताया कि, जिस कमरे से शमिका की लाश बरामद हुई, वहीं पास में उसका लैपटॉप व मोबाईल भी पडे हुए थे. जिन्हें अपने कब्जे में लेकर पुलिस द्वारा आवश्यक जांच-पडताल की गई. किंतु इसमें कोई भी सुराग नहीं मिला. साथ ही मृतका के पास से कोई सुसाईड नोट भी बरामद नहीं हुआ. ऐसे में अब पुलिस द्वारा शमिका के स्कुल से घर लौटने तक के पूरे घटनाक्रम की जांच की जा रही है. जिसके लिए एक पथक भी गठित किया गया है. जल्द ही इस बात का पता लगा लिया जायेगा कि, आखिर शमिका ने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया.