अमरावती

बंदर, बिल्ली, चुहे व अन्य प्राणियों के काटने से 1,412 लोग बाधित

अमरावती/दि.15– जिले में 1 हजार 412 नागरिकों को बंदर, बिल्ली, भालू, चुहे व अन्य प्राणियों को काटने से बाधा उत्पन्न हुई है. जिनका इलाज जिला अस्पताल में जारी है. वैसे ही श्वान दंश की घटनाओं में बढोत्तरी हुई है. जनवरी से अक्टुबर इन दस महिनों में जिले में 20 हजार 215 श्वान दंश, व 1 हजार 833 सर्पदंश होने की जानकारी जिला सरकारी अस्पताल में दर्ज है.

जिला शल्य चिकित्सक कार्यालय अंतर्गत आने वाले जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में दस महिने की आकडेवारी पर ध्यान दिया जाए तो 20 हजार 215 मरीज श्वान दंश होने की जानकारी मिली है. जिसमें सबसे ज्यादा घटना अमरावती शहर में हुई है. इस समयावधी में 1412 नागरिकों को सर्पदंश होने से अभी तक तीन नागरिकों ने अपनी जान गवाई है. जिले के सरकारी अस्पताल से प्राप्त आकडों के अनुसार अन्य प्राणियों के काटने की घटना में कई नागरिकों को निंद में सोते हुए चुहे के काटने की घटना हुई है. जिसमें लगभग 10 से 12 नागरिकों के घायल होने की जानकारी सामने आ रही है. बारिश के दिनों में बिच्छू डंक की घटना ग्रामीण हिस्सों में सबसे ज्यादा है. दस महिने में 456 लोगों को बिच्छू ने डंक मारा है.

जंगली प्राणियों का हमला
मेलघाट व अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में खेत में काम करते समय जंगली सुअर, भालू के हमले की घटना भी जिले में घटित हुई है. जिसमें सात से आठ लोग घायल होने के बाद अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे है.

श्वानदंश से अधिक लोग जख्मी
जिले में विभिन्न प्राणियों के काटने के कारण अनेक मरीज अस्पताल में उपचार के लिए आ रहे है. इसमें सबसे ज्यादा घटना श्वान दंश की सामने आ रही है. बारिश के दिनों में सांप व बिच्छू के काटने की घटना भी बढी है. अन्य प्राणियों के काटने पर उपचार लेना भी जरुरी है.
डॉ. दिलीप सौंर्दले, जिला शल्य चिकित्सक

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