80 वर्ष से अधिक आयुवाले 14,304 बुजुर्गों ने दी कोरोना को मात
संक्रमित होने के बावजूद आत्मविश्वास बनाये रखा
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सकारात्मक विचारों के जरिये बीमारी को हराया
अमरावती/दि.10 – 60 वर्ष से अधिक आयुवाले बुजुर्ग नागरिकों के लिए कोविड के संक्रमण को बेहद खतरनाक कहा जाता है. किंतु यदि मन में जीवन के प्रति सकारात्मक विचार और आत्मविश्वास है, तो 80-90 साल की आयु में भी कोविड संक्रमण को मात दी जा सकती है. इस बात को कई बुजुर्ग मरीजों ने साबित कर दिखाया है. अकेले अमरावती जिले में ही 80 वर्ष से अधिक आयुवाले 14 हजार 304 बुजुर्ग इस बीमारी की चपेट में आने के बाद पूरी तरह से ठीक होकर अपने घर वापिस लौटे है.
बता दें कि, जिले में अब तक कुल 94 हजार 289 लोग कोविड संक्रमण की चपेट में आये है. जिसमें से 1 हजार 506 मरीजों की इस संक्रमण की वजह से मौत हुई है. वहीं 89 हजार 599 मरीज कोविडमुक्त होकर अपने घर लौटे है. ऐसे में कहा जा सकता है कि, अमरावती जिले में कोविड संक्रमण की चपेट में आने के बाद कोविड मुक्त होनेवाले मरीजों का प्रतिशत काफी दिलासादायक है. इसके साथ ही अब यह तथ्य भी सामने आ रहा है कि, कोविड मुक्त होनेवाले मरीजों में काफी बुजुर्ग हो चुके लोगों की तादाद भी अच्छीखासी है और इन बुजुर्गों ने अपनी इच्छाशक्ति के दम पर कोविड मुक्त होते हुए युवाओं के सामने जिंदादिली का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है.
51 से 80 वर्ष आयुगुट में सर्वाधिक मौतें
– जिले में 51 से 80 वर्ष आयुगुट में ही सर्वाधिक संक्रमितों की मौतें हुई है.
– 51 से 60 वर्ष आयुगुट में संक्रमण की पहली लहर के दौरान 189 तथा दूसरी लहर के दौरान 181 मौतें हुई.
– 61 से 70 वर्ष आयुगुट में पहली लहर के दौरान 280 व दूसरी लहर के दौरान 144 मौतें हुई.
– 71 से 80 वर्ष आयुगुट में पहली लहर के दौरान 137 व दूसरी लहर के दौरान 126 मौतें हुई.
– इसके बावजूद कोविड संक्रमण से मुक्त होकर अपने घर लौटे सभी बुजुर्ग नागरिकों ने यह साबित कर दिया कि, सकारात्मक विचारों के जरिये इस संक्रामक महामारी को मात दी जा सकती है.
- 15,502 – 80 वर्ष से अधिक आयुवाले कुल पॉजीटीव
- 14,667 – ठीक होनेवाले बुजुर्ग नागरिकों की संख्या
हमें कोई नहीं हरा सकता
हर संदर्भ में कोविड मुक्त होने के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए 76 वर्षीय व्यक्ति ने बताया कि वे करीब 15 दिन कोविड अस्पताल में भरती थे. जहां पर डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ द्वारा उनका एकदम घर की तरह ध्यान रखा गया और उनका आत्मविश्वास बढाया गया. जिसमें उन्हें कोविड मुक्त होने में सहायता की. उन्हें पूरा भरोसा है कि, उनकी तरह अन्य बुजुर्ग नागरिक भी कोविड मुक्त होंगे. वहीं 80 वर्ष आयुवाले बुजुर्ग नागरिक ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि, वे पहले ही पैरालिसीस से पीडित है और इसी बीच कोविड संक्रमित भी हुए. जिसके चलते उन्हें करीब 20 दिनों तक कोविड अस्पताल में भरती रहना पडा. किंतु इलाज के बाद अब वे पूरी तरह से ठीक हो गये है और अब उन्हें श्वसन संबंधी कोई समस्या नहीं है. उनकी बहन भी उनके साथ कोविड संक्रमित होकर कोविड अस्पताल में भरती थी. वह भी अब पूरी तरह से ठीक हो गई है.