* प्रदेश में डूबा 50 करोड राजस्व
* आकृतिबंध और पद भर्ती की डिमांड
अमरावती/दि.24- प्रादेशिक परिवहन अधिकारी कार्यालय के सभी 145 कर्मचारी बेमियादी हडताल पर चले जाने से आज आरटीओ का ताला भी नहीं खुला. जिसके कारण वहां सबकुछ सुनसान नजर आया. वहीं प्रत्येक कर्मी हडताल में शामिल होने का दावा कर संगठन के राज्य उपाध्यक्ष अनिल मानकर ने अमरावती मंडल को बताया कि प्रदेश में शासन का एक दिन का 50 करोड से अधिक राजस्व का नुकसान हुआ हैं. शासन और प्रशासन से बार-बार बातचीत व संवाद से हल नहीं निकला तो हडताल लंबी खींच सकती हैं.
नहीं खुले कार्यालय
आरटीओ कर्मचारी संगठन ने दावा किया कि आज अमरावती में कार्यालय के कक्ष नहीं खुले जिसके कारण मोटर वाहन संबंधी कामों से आए लोगों, विद्यार्थियों को लौटना पडा. उसी प्रकार आरटीओ के कई एजंट और आसपास की दूकानें, स्टॉल भी सूनीसूनी रही. हमेशा जहां चहल-पहल रहती हैं. वह आरटीओ कार्यालय सुनसान दिखाई दिए.
आकृतिबंध और पदभर्ती की मांग
कर्मचारी संगठन ने आरटीओ की आकृतिबंध को क्रियान्वित करने की मांग हडताल के साथ बुलंद की हैं. कर्मचारियों का कहना हैं कि दो वर्षो से केवल आश्वासन दिया जा रहा हैं. उसी प्रकार कर्मचारी संगठन ने सरकार की समायोजन नीति का भी विरोध किया हैं. उन्होंने उदाहरण के तौर पर बताया कि अमरावती के दिव्यांग कर्मचारी को सीधे नागपुर भेज दिया गया. वरिष्ठ अधिकारियों से गुहार लगाई गई. किंतु उन्हें कोई राहत नहीं मिली. जिससे कर्मचारी तमतमाए हैं. राज्यव्यापी हडताल के कारण पूरे राज्य के आरटीओ में आज पब्लिक के काम नहीं हुए और उन्हें लौटना पडा.
ऑनलाइन काम जारी रहने का दावा
आरटीओ का अधिकांश कामकाज ऑनलाइन रहने से शासन ने दावा किया कि ऑनलाइन काम जारी रहे, कुछ ही मामलों में कामकाज पर असर पडा हैं. अधिकारी वर्ग काम पर रोज की तरह आने का दावा किया गया. उधर राज्य उपाध्यक्ष अनिल मानकर ने बताया कि परिवहन विभाग के प्रधान सचिव और सचिव को निवेदन दिए गए हैं. उसी प्रकार परिवहन भीमनवार से संगठन ने इस बारे में चर्चा कर अपनी मांगे रखी हैं. मानकर ने दावा किया कि राजस्व विभाग की बदलीयों का धोरण रद्द करना ही होगा.