अमरावती

बजट में मध्य रेल के भुसावल विभाग को 1470 करोड रुपए

वर्धा-बडनेरा-भुसावल के बीच 313 किमी वाली लंबी चौथी रेल लाइन

रेलवे बिछाएगा चौथा ट्रैक, सर्वेक्षण के लिए 5.26 करोड की निधि का प्रावधान
नए निर्माण व उडान पुलों की निर्मिती का भी समावेश, सिंगल लाइन को किया जाएगा डबल
अमरावती/दि.6- केेंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण ने विगत 1 फरवरी को देश का वित्तिय बजट पेश किया. जिसमें रेलवे के नेटवर्क को मजबूत करने हेतु काफी प्रावधान किए गए. जिसके तहत मध्य रेलवे के भुसावल विभाग में नई लाइन के सर्वेक्षण नए निर्माण कार्य व उडान पुलों की निर्मिती आदि कामों के लिए 1470.90 करोड रुपयों की निधि का प्रावधान किया गया, ऐसे में निधि के अभाव में अटके पडे कामों को अब गति मिलेगी.
बता दें कि यात्री रेल गाडियों की बढती संख्या और रेलवे के जरिए होने वाली माल ढूलाई व्दारा पकडी गई रफ्तार के चलते फिलहाल उपलब्ध रहनेवाली रेलवेलाइन काफी हद तक कम पड रही है. ऐसे में रेलवे ट्रैक को बढाए जाने की विगत लंबे समय से जरुरत जताई जा रही है. जिसके चलते नई रेलवेलाइन के सर्वेक्षण हेतु 8.17 करोड रुपयों का प्रावधान किया गया है. जिसमें से भुसावल, बडनेरा व वर्धा के बीच 313 किमी लंबी नई व चौथी रेलवेलाइन बिछाने हेतु अंतिम स्थान सर्वेक्षण के लिए 5.16 करोड रुपए मंजूर किए गए. इसके अलावा इगतपुरी-भुसावल के बीच 308 किमी लंबी तीसरी लाइन के सर्वेक्षण हेतु 15 लाख रुपए, भुसावल-खंडवा के बीच 123 किमी लंबी तीसरी व चौथी लाइन के सर्वेक्षण हेतु 15 लाख रुपए, औरंगाबाद-भुसावल के बीच 160 किमी लंबी नई रेलवे लाइन के सर्वेक्षण हेतु 15 लाख रुपए, औरंगाबाद-बुलढाणा-खामगांव के बीच 170 किमी की नई रेलवे लाइन के सर्वेक्षण हेतु 25 लाख रुपए, भुसावल-खंडवा के बीच नई तीसरी व चौथी रेलवे लाइन के अंतिम स्थान सर्वेक्षण हेतु 1 करोड रुपए तथा मनमाड-जलगांव के बीच नई व चौथी रेलवे लाइन के फाइनल लोकेशन सर्वेक्षण हेतु 1 करोड रुपए मंजूर किए गए. इसके साथ ही फिलहाल चल रहे नई लाइन के निर्माण हेतु कुल 523.20 करोड रुपए मंजूर हुए है. जिसमें से इंदौर-मनमाड 368 किमी हेतु 2 करोड रुपए, धुलिया-नरडाना 50 किमी हेतु 100 करोड रुपए, पाचोरा-जामनेर-मलकापुर 84 किमी हेतु 50.20 करोड रुपए, भुसावल-जलगांव तीसरी लाइन 160 किमी हेतु 350 करोड रुपए, जलगांव-भुसावल चौथी लाइन 25 किमी हेतु 20 करोड रुपए की निधि मंजूर हुई है. इसके अलावा रेलवे ट्रैक की देखभाल व दुरुस्ती के काम हेतु 255 करोड रुपए, सिग्नलिंग तथा दूरसंचार की देखभाल संबंधी काम हेतु 12.58 करोड रुपए, बडनेरा में नए वैगन वर्कशॉप के निर्माण हेतु 40.11 करोड रुपए, नाशिक में रेलवे पहिया वर्कशॉप के निर्माण हेतु 10 करोड रुपए, नई लिफ्ट व एस्केलेटर, फुटओवर ब्रीज, सॉफ्ट अपग्रेटेशन तथा रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास हेतु 186 करोड और अन्य अलग-अलग कामो के लिए 7 करोड रुपए की निधि मंजूर की गई.
उडान पुलों के लिए भी भरपूर निधि
बडनेरा गेट क्रमांक 7 फ्लायओवर के लिए 3 करोड रुपए, नांदूरा गेट क्रमांक 20 उडानपुल के लिए 1 करोड रुपए, चांदूर बाजार गेट क्रमांक 70 उडानपुल के लिए 4.06 करोड रुपए, करजगांव गेट क्रमांक 126 उडानपुल के लिए 50 लाख रुपए, निंभोरा गेट क्रमांक 169 उडानपुल के लिए 3 करोड रुपए, अमरावती गेट क्रमांक ए-1 उडानपुल के लिए 278 करोड तथा अमरावती गेट क्रमांक एस-3 उडानपुल के लिए 2.77 करोड रुपए मंजूर किए गए.
नागपुर से वर्धा के बीच बन चुकी है चौथी लाइन
उल्लेखनीय है कि नागपुर से वर्धा के दौरान चौथा रेलवे ट्रैक डालने का काम पूरा हो चुका है. लेकिन इसके आगे चौथी लाइन नहीं रहने की वजह से गाडियों की संख्या को देखते हुए आवाजाही के लिए रेलवे ट्रैक अपर्याप्त साबित हो रहे है. जिसकी वजह से यात्री रेलगाडियों के साथ-साथ मालगाडियों की आवाजाही में विलंब हो रहा है. साथ ही रेलवे पटरियां भी ब्रिटिशकालीन रहने के चलते पटरियों पर बढती गाडी संख्या की वजह से दबाव बन रहा है. ऐसे में अब वर्धा-बडनेरा-भुसावल के बीच 313 किमी लंबी चौथी रेलवेलाइन डाली जाएगी. जिसके लिए भूसंपादन करना प्रस्तावित है. ऐसे में इसके लिए अगले कुछ दिनों के भीतर चौथे रेलवे ट्रैक का सर्वेक्षण होगा ऐसी जानकारी है. इसे देखते हुए भूसंपादन को लेकर जगह की हद भी निश्चित कर ली गई है, जिसके चलते किसानों ने यह जगह छोडकर अपने हदों में बुआई की है.

भूसंपादन में मिलेगा योग्या मुआवजा
वर्धा-बडनेरा-भुसावल के दौरान बिछाए जानेवाले चौैथे रेलवे ट्रैक के लिए जल्द ही सर्वेक्षण किया जाएगा. साथ ही इसके लिए कुछ स्थानों पर जमीन संपादित की जाएगी. ऐसे में किसानों के लिए किसानों को जमीन अधिग्रहण के लिए योग्य मुआवजा देने की तैयारी रेलवे प्रशासन व्दारा शुरु कर दी गई है. साथ ही इसे लेकर

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