अमरावतीमहाराष्ट्र

8 माह में जिले से 149 वाहन चोरी, 54 बरामद

तहसील व ग्रामीण क्षेत्रों के बाजारों से सर्वाधिक दुपहिया चोरी

अमरावती/दि.20– विगत कुछ वर्षों से ग्रामीण इलाकों में भी दुपहिया वाहन चोरी होने का मामला काफी अधिक बढ गये है. नगरपालिका क्षेत्र रहने वाले शहरी इलाकों के प्रमुख बाजार क्षेत्रों से सर्वाधिक दुपहिया वाहन चोरी हो रहे है. जारी वर्ष के दौरान विगत जनवरी से अगस्त माह तक 8 माह में जिले के ग्रामीण इलाकों से कुल 149 दुपहिया वाहन चोरी हुए. जिसमें से केवल 54 दुपहिया वाहन बरामद हुए.
बता दें कि, इन दिनों लगभग हर एक व्यक्ति के पास दुपहिया वाहन तो होता ही है. साथ ही साथ ज्यादातर घरों में अब चारपहिया वाहन हरना भी आम बात हो गई है. इसके अलावा विगत कुछ वर्षों के दौरान कई दुपहिया वाहनों की कीमतें डेढ से दो लाख रुपए के आसपास जा पहुंची है. जिसके चलते पुराने दुपहिया वाहनों की कीमतों में अच्छी खासी तेजी है. विशेष उल्लेखनीय है कि, इन दिनों पेट्रोल के दाम 100 रुपए प्रति लीटर के आसपास है. वहीं पुराने दुपहिया वाहनों का ऐवरेज अधिक होता है और मेंटेनन्स यानि दुरुस्ती का काम कम पैसों में हो जाता है, जबकि नये दुपहिया वाहनों का ऐवजेर कम है और मेंटनेंस का खर्च अधिक है. ऐसे में वाहन चोरों द्वारा थोडे पुराने मॉडल रहने वाले दुपहिया वाहनों को चुराने पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है.

* बरामद होने वाले वाहनों की संख्या कम
गत वर्ष 2023 में जनवरी से अगस्त माह के दौरान 149 वाहनों की चोरी हुई थी. जिसमें से केवल 63 वाहन दुबारा बरामद हुए. वहीं जारी वर्ष के दौरान ही जनवरी से अगस्त माह के बीच 149 वाहन चोरी हुई. जिसमें से केवल 54 दुपहिया वाहन ही दुबारा बरामद किये जा चुके है, यानि डिटेक्शन का प्रमाण महज 36 से 40 फीसद के आसपास रहा. इसमें भी खास बात यह रही कि, सर्वाधिक डिटेक्शन ग्रामीण अपराध शाखा पुलिस द्वारा किया गया.

* ऐसे टाल सकते है वाहन चोरी
वाहन को चोरी होने से रोकने हेतु बेहद सरल व आसान उपाय यह है कि, वाहन में विविध तरह के लॉक का प्रयोग किया जाये. इसके तहत हैंडल लॉक, इग्निशन लॉक, डिस्क ब्रेक लॉक व फोर्क लॉक जैसे पर्यायों का प्रयोग किया जा सकता है. इसके अलावा रात के समय दुपहिया वाहन को सडक किनारे खडा करते समय लोहे की चेन व ताले का प्रयोग किया जा सकता है. इन सबके साथ ही यदि दुपहिया वाहन में जीपीएस सिस्टीम लगाई जाती है, तो उसका लोकेशन तुरंत ही खोजा जा सकता है.

* सजग व सतर्क रहना जरुरी
जहां तक संभव हो दुपहिया वाहनों को सडक किनारे खडा करने की बजाय घर के आंगण में गेट के भीतर पार्क करना चाहिए. साथ ही बाजार परिसर में भी किसी दर्शनीय हिस्से में ही दुपहिया वाहन पार्क किये जाने चाहिए, ताकि वाहन पर पूरा समय बराबर नजर रखी जा सके. इसके अलावा अपने वाहन में सुरक्षा हेतु आधुनिक तंत्रज्ञान वाली सिक्युरेटी सिस्टीम का भी प्रयोग किया जाना चाहिए.
– पीआई किरण वानखडे,
ग्रामीण अपराध शाखा प्रमुख.

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