शोपीस बनकर रहे गये जिले के 15 ऑक्सीजन प्लाँट
रोजाना 13.36 मैट्रीक टन ऑक्सीजन निर्मिति की है क्षमता
* ऑक्सीजन निर्मिति की बजाय सिलेंडर खरीदी पर हो रहा करोडों का खर्च
* कोविडकाल के दौरान किये गये थे 16 ऑक्सीजन प्लाँट स्थापित, केवल एक कार्यरत
अमरावती /दि.25– कोविडकाल के दौरान मरीजों के लिए आवश्यक रहने वाले ऑक्सीजन की कोई किल्लत व कमी न हो, इस बात के मद्देनजर जिले के सरकारी अस्पतालों में 16 ऑक्सीजन निर्मिति प्लाँट स्थापित किये गये थे. जिसमें से केवल विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल यानि सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल में कार्यरत रहने वाला एक ही प्लाँट कार्यरत है. वहीं विगत दो वर्षों से जिले के अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में स्थापित किये गये 15 ऑक्सीजन निर्मिति प्लाँट बंद पडे है. जिसकी वजह से आज भी सरकारी अस्पतालों में मरीजों हेतु आवश्यक रहने वाले ऑक्सीजन को उपलब्ध कराने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडरों पर सालाना करोडों रुपयों का खर्च होता है. ऐसे में सबसे बडा सवाल है कि, आखिर करोडों-अरबों रुपए की लागत से जिले के सरकारी अस्पतालों में स्थापित किये गये ऑक्सीजन निर्मिति प्लाँट की क्या उपयोगिता बची हुई है औ कही यह ऑक्सीजन निर्मिति प्लाँट अब दिखावे की वस्तु यानि शोपीस बनकर तो नहीं रह गये.
बता दें कि, वर्ष 2021 के दौरान कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान कई मरीजों को ऑक्सीजन के अभाव की वजह से अपनी जान गवानी पडी थी. उस समय सरकारी अस्पतालों में बडे पैमाने पर ऑक्सीजन की किल्लत पैदा हो गई थी. ऐसे समय ऑक्सीजन के अभाव की वजह से मरीजों की मौत न हो और उनकी जान बचाई जा सके, इस बात के मद्देनजर सरकारी निधि व पीएम केयर फंड सहित अन्य निधि के जरिए प्रत्येक जिले में ऑक्सीजन प्लाँट स्थापित किया गया था. जिसके तहत अमरावती जिले के अलग-अलग सरकारी अस्पतालों के प्रांगण में भी 16 ऑक्सीजन प्लाँट स्थापित किये गये थे और इन सभी ऑक्सीजन प्लाँट द्वारा रोजाना 13.36 मैट्रीक टन ऑक्सीजन निर्माण करने की क्षमता है. परंतु कोविड की लहर खत्म होते ही इन ऑक्सीजन प्लाँट का उपयोग करना बंद कर दिया गया और इनमें से केवल विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल में स्थापित 3 में से एक ऑक्सीजन प्लाँट ही फिलहाल कार्यरत है. जिसके चलते जिला सामान्य अस्पताल सहित जिले के अन्य सभी सरकारी अस्पतालों में आज भी बाहर से ही कृत्रिम ऑक्सीजन के सिलेंडर खरीदकर लाये जा रहे है.
जानकारी के मुताबिक जिला सामान्य अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराये जाने वाले मरीजों की संख्या को ध्यान में रखते हुए यहां पर रोजाना 60 से 70 ऑक्सीजन सिलेंडर की जरुरत पडती है. जिन्हें बाहर से खरीदकर लाया जाता है. सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में भी लगभग इतने ही सिलेंडर रोजाना बाहर से खरीदकर लाये जाते है. साथ ही लगभग यही स्थिति जिले के तहसील मुख्यालयों में स्थित उपजिला अस्पतालों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित ग्रामीण अस्पतालों में भी है. यानि मुफ्त में ऑक्सीजन निर्मिति की व्यवस्था व क्षमता उपलब्ध रहने के बावजूद भी ऑक्सीजन सिलेंडर की खरीदी पर सरकार को अब भी सालाना लाखों रुपयों का खर्च करना पड रहा है. जिसकी वजह से ऑक्सीजन निर्मिति प्लाँट स्थापित करने हेतु किया गया खर्च व्यर्थ जाता दिखाई दे रहा है.
* इन स्थानों पर है ऑक्सीजन प्लाँट
अमरावती में स्थित सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल, जिला सामान्य अस्पताल व जिला स्त्री अस्पताल सहित धारणी, तिवसा, मोर्शी, दर्यापुर व अचलपुर के उपजिला अस्पताल तथा चांदूर बाजार, वरुड, नांदगांव खंडे., अंजनगांव सुर्जी, चांदूर रेल्वे के ग्रामीण अस्पताल और मोझरी के आयुर्वेदिक अस्पताल में ऑक्सीजन निर्मिति प्लाँट स्थापित किये गये है.
* निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन प्लाँट
कोविड संक्रमण काल के दौरान अमरावती के पीडीएमसी अस्पताल में 0.24 मैट्रीक टन व दयासागर अस्पताल में 0.24 मैट्रीक टन तथा परतवाडा के कृति अस्पताल में 1.50 मैट्रीक टन की क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लाँट स्थापित किये गये थे.
* प्लाँट की देखभाल के लिए टेक्निशियन की जरुरत
जिले में यद्यपि अलग-अलग स्थानों पर ऑक्सीजन प्लाँट स्थापित किये गये है. परंतु उन्हें शुरु करने तथा उनकी देखभाल करने के लिए आवश्यक रहने वाले टेक्निशियन ही अस्पताल प्रशासन को नहीं मिले. जिसकी वजह से ज्यादातर स्थानों पर ऑक्सीजन प्लाँट बंद रहने की जानकारी सामने आयी है. यदि सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लाँट को कार्यान्वित कर दिया जाता है, तो वहां पर उत्पादित होने वाले ऑक्सीजन की संबंधित क्षेत्रों में स्थित निजी अस्पतालों को भी आपूर्ति हो सकती है, ऐसा विशेषज्ञों का मानना है.
* जिले में स्थित ऑक्सीजन प्लाँट की निर्मिति क्षमता
ऑक्सीजन प्लाँट वाले अस्पताल निर्मिति क्षमता (मैट्रीक टन)
सुपर स्पेशालिटी अस्पताल 1.87
सुपर स्पेशालिटी अस्पताल 0.94
सुपर स्पेशालिटी अस्पताल 0.24
जिला सामान्य अस्पताल 1.12
जिला स्त्री अस्पताल 1.87
धारणी उपजिला अस्पताल 0.39
तिवसा उपजिला अस्पताल 0.39
मोर्शी उपजिला अस्पताल 0.94
दर्यापुर उपजिला अस्पताल 0.37
अचलपुर उपजिला अस्पताल 1.87
चांदूर बाजार ग्रामीण अस्पताल 0.39
नांदगांव खंडेश्वर ग्रामीण अस्पताल 0.39
अंजनगांव सुर्जी ग्रामीण अस्पताल 0.39
चांदूर रेल्वे ग्रामीण अस्पताल 0.24
वरुड (बेनोडा पीएचसी) 0.39
आयुर्वेद महाविद्यालय (मोझरी) 1.87