शहर में एक साल दौरान 15 हजार लोगों को कुत्ता काटा
विविध रिहायशी इलाकों में बढ रहा आवारा कुत्तों का उत्पात
अमरावती/दि.11– शहर में वर्ष 2023 के दौरान अब तक कुल 15 हजार 579 श्वान दंश के मामले दर्ज किये गये है. आवारा कुत्तों के प्रजनन दर की तुलना में प्रतिवर्ष निर्विजीकरण की शल्यक्रिया किये जाने वाले कुत्तों की संख्या कम रहने के चलते अमरावती शहर में आवारा कुत्तों की बढती संख्या को नियंत्रित करने में मनपा अब तक सफल नहीं हो पायी है. वहीं दूसरी ओर अमरावती शहर में आवारा कुत्तों की निश्चित संख्या कितनी है. इसका आंकडा भी महानगरपालिका के पास नहीं है. हालांकि अनुमान है कि, अमरावती शहर में 30 हजार से अधिक आवारा कुत्तें घूम रहे है, जो विशेष तौर पर रात के समय सडकों से गुजरने वाले लोगों का पीछा करते हुए उन्हें कांट खाते है. जिसकी वजह से गली मोहल्लों के साथ-साथ शहर के प्रमुख रास्तों पर भी आवारा घूमने वाले कुत्तों की वजह से लोगों को अपनी जान मुठ्ठी में लेकर निकलना पडता है.
उल्लेखनीय है कि, शहर के कई हिस्सें में आये दिन आवारा कुत्तों द्वारा रास्ते से गुजरने वाले लोगों पर हमला किये जाने की खबरे सामने आती है. वहीं दूसरी ओर आवारा कुत्तों की संख्या को नियंत्रित कर पाने मेें मनपा प्रशासन पूरी तरह से असफल साबित हुआ है. जहां एक ओर मनपा के पास आवारा कुत्तों को पकडने की कोई व्यवस्था ही नहीं है. वहीं दूसरी ओर आवारा कुत्तों का निर्विजीकरण व टीकाकरण करने के मामले में भी मनपा द्वारा किये जाने वाले उपाय कमतर साबित हो रहे है. ऐसे में समय-समय पर आवारा कुत्तों का बंदोबस्त करने या फिर पहले की तरह आवारा कुत्तों को मार देने की मांग कई बार की गई है. ज्ञात रहे कि, वर्ष 1993 तक आवारा कुत्तों को मार दिया जाता था. परंतु कुछ प्राणी मित्र संगठनों द्वारा इसके खिलाफ दायर की गई याचिका के बाद अदालत ने आवारा कुत्तों को मारने पर प्रतिबंध लगा दिया. जिसके बाद से ही समूचे राज्य के शहरों में आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढती चली गई. जिनमें अमरावती शहर का भी समावेश है.
इस संदर्भ में मनपा प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक रिहायशी बस्तियों में नागरिकों एवं छोटे बच्चों पर कुत्तों द्वारा प्राणघातक हमले किये जाने की घटनाएं लगातार घटित हो रही है. जिस पर नियंत्रण पाते हुए आवश्यक उपाय योजनाएं करने के लिए सरकार, सर्वोच्च न्यायालय एवं नगरविकास विभाग द्वारा मूलभूत सुविधाओं के संदर्भ में दिये गये निर्देशानुसार मनपा क्षेत्र में आवारा कुत्तों सहित रैबिजग्रस्त, घायल, लावारिस व दिव्यांग कुत्तों के लिए श्वानगृह, श्वान निवारा केंद्र व उपचार केंद्र तैयार करने के उद्देश्य से जिला नियोजन समिति के मार्फत नाविण्यपूर्ण योजनांतर्गत निधि प्राप्त हुई है. इस हेतु विगत 16 मार्च को ही कार्यारंभ आदेश दिया गया है. इस प्रकल्प के जरिए अमरावती मनपा क्षेत्र में 20 से 25 हजार कुत्तों की शल्यक्रिया, टीकाकरण, उपचार व निवारा आदि को लेकर उपाय योजनाएं की जा रही है.