अमरावती/दि.11- प्रदेश में सत्तारुढ होने के कारण दशहरा मैदान पर आयोजित भाजपा-शिंदे गुट-रिपाई आठवले गुट की संवाद सभा में कार्यकर्ता और पदाधिकारी कुछ अलग ही ऐंठ में दिखाई दे रहे थे. हालांकि संघ की पृष्ठभूमि होने से भाजपा के पदाधिकारी दी गई जवाबदारी को निभाहते दिखाई दिए. किसी ने बाहर गांव से आए कार्यकर्ताओं के भोजन का जिम्मा ले रखा था, तो किसी ने स्टेज के पास गिनती के पदाधिकारी के पहुंचने और कोई खास छूट न जाए, इसकी सावधानी का दायित्व उठाया. पार्टी का प्रत्येक खेमा अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए प्रदेश संगठन के मुखिया के सामने भी जाने ललायित नजर आया. यह सब स्वाभाविक रहा. भाजपा ने सत्ता पाने के बाद कांगे्रस की कुछ आदतें अपना ली है. वह दशहरा मैदान पर दिखाई पडी. मसलन अपने प्रिय नेता का भारी भरकम फूलमाला से स्वागत करना, फोटो के लिए अपने फोटोग्राफर को इशारे करना. मंच पर जाने के बहाने तलाशना. यह सब होता आया है आगे भी होता रहेगा.
* यातायात संभालना
दशहरा मैदान पर एसीपी, डीसीपी जहां व्यवस्था संभाल रहे थे. बडनेरा रोड का यातायात संभालना सभी के लिए चुनौतीपूर्ण था. किंतु नए पुलिस मुखिया के मार्गदर्शन में यातायात अवरोध की शिकायत नहीं आई.
* बढेंगे वोटर्स, पूरक लिस्ट शीघ्र
ूदशहरा मैदान में यह भी खुलासा हुआ कि अमरावती संभाग स्नातक विप निर्वाचन क्षेत्र में घोषित 1.86 लाख मतदाताओं की वोटर लिस्ट में अभी पूरक सूची जोडी जानी है. जिससे 15 से 20 हजार नाम बढ जाएंगे. साफ है कि वोटर्स की संख्या 2 लाख पार हो जाएगी. स्नातक वोटर्स के पंजीयन को लेकर अनेक चर्चाएं हो रही थी. अब पूरक लिस्ट आने से चर्चा शायद बढेगी ही.
* आंबटकर का जाना, कोठेकर का आना
पश्चिम विदर्भ भाजपा संपर्क मंत्री के रुप में रामदास आंबटकर के कार्यकाल को प्रभावी माना जाता है. पार्टी ने एमएलसी बनाकर उन्हें अवार्ड भी दिया है. किंतु ताजा सूचनाओं पर यकीन करे तो आंबटकर के स्थान पर उपेंद्र कोठेकर को लाया गया है. आंबटकर के स्वभाव से कई कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी हो गई थी. इसे भी एक वजह बताया जा रहा है. कोठेकर संवाद सभा में व्यासपीठ पर पहली पंक्ति में विराजमान थे. आंबटकर को पिछली पंक्ति में स्थान मिला था.