अमरावतीमहाराष्ट्र

गत वर्ष की तुलना में खेती के मशागत खर्च में 15 से 20 प्रतिशत बढोतरी

कृषि माल को भाव दो साल पूर्व से कम, किसान संकट में

* बुआई के पूर्व मशागत सहित मजदूरी के भाव भी बढे
अमरावती/दि.13– गत वर्ष खरीफ के गिले अकाल से तथा रबी सत्र में बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ. कृषि माल को समाधानकारक भाव नहीं है. दो वर्ष पूर्व के भाव से भी कम दाम मुख्य फसल को मिलते रहने से किसानों का आर्थिक गणित बिगड गया है. किसान खरीफ सत्र की तैयारी में लगा है. लेकिन मजदूरो की कमी और यांत्रिक खेती के मशागत के भाव करीबन 15 से 20 प्रतिशत बढने से खेती की वित्त व्यवस्था बिगड गई है. किसान परेशान हो गया है.

पिछले कुछ साल से कृषि माल मिलनेवाले कम भाव, खेती के बढते खर्च के कारण किसानों को आर्थिक तालमेल बैठना कठिण हो रहा है. ऐसे में मजदूरो की कमी, निसर्ग का प्रकोप, उपकरण के बढते भाव के कारण मशागती के काम के लिए किसानोें की भागदौड शुरु हो गई है. पहले बैल के जरिए खेती का काम किया जाता था. लेकिन बैलजोडी की संख्या काफी कम है. इस कारण उपकरणों के जरिए खेती के काम को प्राथमिकता दी जा रही है. फवारणी, बुआई, रोटावेटर, कृषि माल यातायात आदि काम ट्रैक्टर से किए जा रहे है. लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष यांत्रिक मशागत के भाव बढने से अतिरिक्त भार उठाना पड रहा है. इस कारण किसान चिंतित है.

* खेतीहर मजदूरो के मजदूरी के भाव

वर्ष202220232024
मजदूर (महिला)100-125 रुपए125-150 रुपए150-200 रुपए
मजदूर (पुरुष) 250-300 रुपए250-300 रुपए300-350 रुपए
ट्रैक्टर चालक250-300 रुपए300-400 रुपए400-500 रुपए

* प्रमुख कृषि माल के भाव प्रति क्विंटल

कृषि माल202220232024
सोयाबीन6000-9000 रुपए4500-7000 रुपए4400-5100 रुपए
तुअर7000-14000 रुपए8000-12000 रुपए11000-12000 रुपए
कपास6000-12000 रुपए7000-8500 रुपए7000-8000 रुपए

* ऐसे है खेती के उपकरण मशागत के भाव

मशागत202220232024
जोताई700-800 रुपए900-1000 रुपए1100-1300 रुपए
पट्टी पास200-300 रुपए300-400 रुपए500-700 रुपए
बी पास400-500 रुपए500-600 रुपए700-900 रुपए
पंजी500-600 रुपए600-700 रुपए700-800 रुपए
रोटावेटर600-800 रुपए800-900 रुपए1000-1200 रुपए

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