अमरावती सेंट्रल जेल में 150 कैदी रख रहे रोजे
जेल प्रशासन ने रोजदारों के लिए अलग बैरेक में की व्यवस्था

अमरावती /दि. 3– मुस्लिम भाईयों के पवित्र रमजान माह की शुरुआत रविवार 2 मार्च से हो चुकी है. शनिवार की शाम चांद नजर आने के बाद रमजान माह की विशेष तरावीह की नमाज अदा की गई और शनिवार की मध्यरात्रि सहरी कर रविवार को रमजान माह का पहला रोजा रखा गया. अमरावती मध्यवर्ती कारागृह में भी 150 कैदी रमजान माह के मौके पर रोजे रख रहे है. रोजा रखनेवाले कैदियों में न्यायिक बंदी और सजायाप्ता कैदियों का समावेश है.
जेल प्रशासन द्वारा रोजा रखनेवाले कैदियों के लिए सहरी और इफ्तार के लिए विशेष प्रबंध किए है. रोजा रखनेवाले कैदियों को अलग बैरेक में रखकर सहरी और इफ्तार की सामग्री के साथ उनके लिए नमाज पढने की व्यवस्था की गई है. रमजान माह के पहले दिन से ही जेल के कैदी रोजा रख रहे है. वे पूरे महिनाभर रोजा रखेंगे. अमरावती जेल प्रशासन ने इन कैदियों को अलग-अलग बैरेक में रखकर पूरी व्यवस्था की है. इसमें एक बैरेक में सजायाप्ता कैदी है, जबकि दूसरे बैरेक में न्यायिक कैदी रखे गए है. कैदियों के सहरी, इफ्तार और नमाज अदा करने के लिए जेल में ही व्यवस्था है. सहरी व इफ्तार दोनों समय उन्हें फल, दूध, मिठाई सूखा मेवा, खजूर व अल्पाहार उपलब्ध कराए जा रहे है. तडके 3 बजे सहरी में दूध, पोहा और चाय के साथ भोजन दिया जाता है. जबकि शाम को इफ्तार के लिए खजूर, केला आदि फल के साथ भोजन दिया जाता है. रमजाम में कैदियों के लिए सहरी और इफ्तार की व्यवस्था के साथ ईद पर शिरखुरमा की भी व्यवस्था की जाती है.