* 38 फीसदी कर्मचारी अब भी हडताल में शामिल
अमरावती/ दि.20 – रापनि कर्मचारियों को 22 अप्रैल तक काम पर लौटने की मोहलत न्यायालय व्दारा दी गई. जिसमें अब कर्मचारियों के पास तीन दिन शेष रह गए है. 18 अप्रैल तक अमरावती जिले के बसस्थानकों में 68 फीसदी कर्मचारी काम पर वापस लौटे. 2280 कर्मचारियों में से 1557 कर्मचारियों ने अपनी उपस्थिति बसस्थानकों पर दर्ज की, वहीं 38 फीसदी कर्मचारी अब भी हडताल में शामिल है.
रापनि कर्मियों व्दारा पिछले पांच से छह महीनों से विलिनीकरण की मांग को लेकर हडताल की जा रही है. रापनि कर्मियों के हडताल पर जाने की वजह से राज्य में बस सेवा ठप्प हो गई है और अब भी रापनि कर्मी अपने मांगो को लेकर अडे हुए है. ऐसे में मुंबई उच्च न्यायालय ने 22 अप्रैल तक सभी कर्मचारियों को काम पर लौटने के आदेश दिए. जिसमें अब राज्यभर में काम पर वापस लौटने वाले कर्मचारियों की संख्या बढ रही है.
* जिले में 1557 कर्मचारी लौटे काम पर
जिले के बसस्थानकों में 2280 कर्मचारियों की संख्या है. जिसमें से 1557 कर्मचारी काम पर वापस लौटे है बाकी बचे हुए 723 कर्मचारियों की 22 अप्रैल तक वापस लौटने की संभावना है.
* बसस्थानक निहाय कर्मचारियों की संख्या
अमरावती बसस्थानक में 161, बडनेरा 173, परतवाडा 285, वरुड 180, चांदूर रेल्वे 189, दर्यापुर 243, मोर्शी 170, चांदूर बाजार बसस्थानक में काम पर लौटने वाले कर्मचारियों की संख्या है. इस प्रकार से 1557 कर्मचारी वापस लौटे.
* 22 अप्रैल तक सभी कर्मचारी लौटेंगे काम पर
मुंबई उच्च न्यायालय व्दारा सभी कर्मचारियों को वापस लौटने के लिए 22 अप्रैल तक का समय दिया गया था. जिसमें 22 अप्रैल को सभी कर्मचारी काम पर वापस लौटेगे. ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में शत प्रतिशत बस सेवाएं शुरु होगी.
– श्रीकांत गभणे, विभागीय नियंत्रक
* बस फेरियों का प्रमाण बढा
रापनि के हडताली कर्मचारियों के वापस काम पर लौटने पर जिले में बस फेरियों की संख्या बढी है. जिसकी वजह से यात्रियों को होने वाली असुविधाएं कम हुई है. धीरे-धीरे बस सेवा पूर्ववत शुरु होगी ऐसा चित्र दिखाई दे रहा है. हडताल की वजह से पिछले पांच-छह महीनों में बस सेवा ठप होने की वजह से निजी वाहनों की संख्या बढी थी. निजी वाहन चालकों व्दारा मनमाने तरीके से यात्रियों से पैसे किराए के रुप में वसूले जा रहे थे जिससे यात्री भी त्रस्त थे. अब बस सेवा पुन: शुरु होने पर यात्रियों को बडी राहत मिली है.