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ठेकेदारों के 16 करोड बकाया

वित्त वर्ष के अंत में मनपा की तिजोरी खाली

* 29 तारीख से पहले प्रस्तुत करना है बजट
* मनपा बोल रही – सरकार का अनुदान शीघ्र आएगा
अमरावती/दि. 22 – महानगर पालिका प्रशासक राज में अपना दूसरा बजट प्रस्तुत करने जा रही है. बजट की तैयारियां चल रही है, मीटिंग के दौर चल रहे हैं. इस बीच मनपा की तिजोरी खाली हो जाने का अंदेशा जताया जा रहा. सफाई ठेकेदारों के भी 8-9 माह के लगभग 16-17 करोड के बिल बकाया होने की जानकारी है. ठेकेदारों को आयुक्त-प्रशासक ने कुछ दिनों में बिल का भुगतान करने का आश्वासन दिया है.
* नहीं मिला वित्त आयोग का अनुदान
मनपा को 15 वें वित्त आयोग से चालू वित्त वर्ष में 24 करोड रुपए का अनुदान प्राप्त होना है. इस फंड पर भी मनपा के स्वच्छता विभाग का कामकाज निर्भर होने की जानकारी सूत्रों ने दी है. वित्त वर्ष समाप्ति में एक माह बचा है. ऐसे में अनुदान नहीं मिलने से मनपा आर्थिक रुप से दिक्कत में आ गई है. बारंबार राज्य शासन से पत्राचार किया गया है. अमरावती मंडल को सूत्रों ने बताया कि, अधिकारियों को अनुदान लाने के लिए मुंबई शहरी विकास तथा वित्त मंत्रालय भी भेजा गया था.
* महीने का 2 करोड का बिल
मनपा का स्वच्छता का प्रति माह बिल 2 करोड 10 लाख रहने की जानकारी देते हुए बताया गया कि, ठेका पद्धति से यह काम करवाया जा रहा है. प्रभाग निहाय और झोन निहाय ठेके लागू है. शहर में साफसफाई, घर-घर जाकर कचरा संकलन और कंटेनर में भरा कचरा कंपोस्ट डिपो तक पहुंचाने के काम ठेकेदार द्वारा किए जाते हैं. अब तक स्वच्छता विभाग को मनपा निधि से बिल दिए जाते थे. अब भुगतान प्रलंबित है. दिवाली पर सफाई ठेकेदारों ने अपने बकाए बिलों के लिए हडताल की धमकी दी थी. तब उनके कुछ माह के बिल का भुगतान किया गया था.
* चुनाव की आचारसंहिता
लोकसभा चुनाव की आदर्श आचारसंहिता लगने वाली है. जिसका मनपा के विभिन्न विभागों ने धसका ले रखा है. वित्त वर्ष भी समाप्त होने को है. ऐसे में अनुदान प्राप्त होने पर ही मनपा बिलों का भुगतान कर सकेगी, इस तरह की स्थिति होने की जानकारी सूत्रों ने दी. यह भी बताया गया कि, वित्त विभाग अर्थसंकल्प की तैयारी में लगा है. अनेक बैठकें हो चुकी है. 29 फरवरी से पहले प्रशासक, आयुक्त बजट प्रस्तुत कर सकते हैं.

* मासांत में आएगा अनुदान
मनपा का प्रलंबित शासकीय अनुदान अगले 28 तारीख तक प्राप्त होने की संभावना है. अनुदान मिलते ही बिलों का भुगतान करने के अलावा अन्य विभागों के कामों का फंड भी जारी हो जाएगा.

* संपत्ति कर में 20 करोड जमा
मनपा की आमदनी का प्रमुख साधन संपत्ति कर है. पिछले बजट में संपत्ति कर से 200 करोड एकत्र होने की अपेक्षा व्यक्त की गई थी. प्रत्यक्ष में केवल 10 प्रतिशत कर संकलन हो पाया है, ऐसी जानकारी वित्त विभाग ने दी है. साफ है कि, मनपा की तिजोरी में ठन-ठन होने का एक कारण यह भी है.

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