अमरावती

जिप की 1600 शालाएं खस्ता हाल

तीन वर्षों से अनुदान नहीं मिला

  • जिप अध्यक्ष ने दिये जांच के आदेश

अमरावती प्रतिनिधि/दि.4 – जिला परिषद शालाओ का असेसमेंट फंड तीन वर्षों से नहीं मिल रहा है. ऑडीट व अनुदान निर्धारण शासन को नहीं भेजे जाने से असेसमेंट फंड मिलना बंद हो गया है. जिससे जिले में जिला परिषद के लगभग 1600 शालाओं की दयनीय अवस्था हुई है. कल बुधवार को जिला परिषद में हुई शिक्षा विभाग की बैठक में यह तथ्य सामने आया है. शिक्षा विभाग के सचिन पोहकार नामक लिपिक की लापरवाही के कारण शालाओं को असेसमेंट फंड नहीं मिल पा रहा है. इस मामले में जिला परिषद अध्यक्ष बबलू देशमुख ने 1 माह के भितर जांच के आदेश शिक्षाधिकारी को दिये.
शिक्षण सभापति प्रियंका दगडकर का निधन होने से अध्यक्ष बबलु देशमुख ने बैठक की अध्यक्षता की. किसी भी विभाग को आर्थिक वर्ष समाप्त होने के आखरी दिन यानी 31 मार्च को सालभर का खर्च व अगले आर्थिक वर्ष खर्चे का निर्धारण शासन को जमा करना पडता है. जिसके बाद शासन अगले वार्षिक वर्ष के लिए अनुदान का प्रावधान किया जाता है, लेकिन जिले में जिला परिषद की शालाओं में आवश्यक असेसमेंट खर्च का ऑडिट वर्ष 2017-18 से पेश नहीं किये जाने से शालाओं को असेसमेंट अनुदान से वंचित रहना पड रहा है. जिसके कारण शालाओं की हालत दयनीय हो गई है. जिला परिषद सदस्य व मुख्याध्यापकों की शिकायत प्राप्त होने से बबलू देशमुख ने खूद असेसमेंट फंड का विषय उठाया. गत तीन वर्षों से शासन का असेसमेंट अनुदान निर्धारण नहीं भेजे जाने से शालाओं को अनुदान प्राप्त नहीं हुआ.

  • अनेक शालाओं में अंधेरा

शालाओं में डेक्स, बेंच खरीदी, रंगरोगन, मरम्मत, पानी व बिजली बिल चुकाने का महत्वपूर्ण खर्च अनुदान से किया जाता है किंतु 3 वर्ष से यह निधि प्राप्त नहीं होने से शालाओं का अत्यंत महत्वपूर्ण खर्च मुख्याध्यापक अपनी जेब से कर रहा है. शालाओं पर कई माह से पानी व बिजली बिल बकाया है. बिजली वितरण कंपनी ने बकाया के चलते अनेक शालाओं की बिजली काट दी है. जिससे कई शालाओं में अंधेरा छा गया है. एक ओर जहां सरकार शालाओं का डिजीटलाईजेशन करने का प्रयास कर रही है, वहीं दूसरी ओर जिला परिषद शालाओं में बिजली नहीं है, इसपर रोष व्यक्त करते हुए अध्यक्ष बबलू देशमुख ने साफ कहा कि इस मामले में जितना संबंधित लिपिक जिम्मेदार है, उतनी ही जिम्मेदारी तत्कालीन शिक्षाधिकारी की है. कई कर्मियों की बीमा सुरक्षा भी राम भरोसे है. जिससे अध्यक्ष ने कर्मियों को बीमा में आर्थिक सुरक्षा देने रकम की एकत्रित कटौती कर बीमा किश्ते नियमित भरने के आदेश दिये, जिप के सबसे बडे मैदान सायन्सकोर पर 24 घंटे 4 सुरक्षा गार्ड नियुक्त करने का निर्णय भी बैठक में लिया गया. जिप का विश्राम गृह मरम्मत का काम होने के बाद भी लंबे समय से बंद पडा है. शेष कार्य निपटाकर विश्राम गृह को सोमवार से शुरु करने के आदेश अध्यक्ष बबलू देशमुख ने दिये है.

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