अमरावती में 11 वीं की 16270 सीटें उपलब्ध
तंत्रनिकेतन में 2096 और आईटीआई में 1328 प्रवेश क्षमता
अमरावती/दि.6- कक्षा 10 वीं के नतीजे हाल ही में घोषित हुए. इस कारण अब आगे क्या करना, ऐसा प्रश्न सभी विद्यार्थियों समेत पालकों के सामने है. लेकिन शहर में सीटें भरपूर रहने से किसी को भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है. क्योंकि अंकों के प्रतिशत के मुताबिक विद्यार्थियों के लिए अभ्यासक्रम की विविध शाखा उपलब्ध है, ऐसा शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है. प्रवेश के लिए पालक-विद्यार्थियों की तैयारी शुरु रहते शहर के 63 कनिष्ठ महाविद्यालयों में कला, विज्ञान, वाणिज्य व व्यवसायिक अभ्यासक्रम ऐसे कुल 16270 सीटेंं उपलब्ध है. अब तक 3750 विद्यार्थियों ने 11 वीं प्रवेश के लिए ऑनलाईन आवेदन किया है.
पिछले वर्ष शहर के महाविद्यालयों में 2500 सीटें शेष रही थी, यह विशेष. क्योंकि ऐन वक्त पर विद्यार्थियों का विचार बदलता रहता है. कोई विदेश तो कोई देश के विख्यात महाविद्यालय का चयन करता है और कोई राज्य के अन्य महानगरों में प्रवेश लेता है. इसमें भी होनहार और आर्थिक दृष्टि से सर्वसाधारण विद्यार्थी की पसंद को देखते हुए 10 वीं के बाद वह तंत्रनिकेतन का पर्याय चयनीत करते हैं. तंत्रनिकेतन अभ्यासक्रम उत्तीर्ण होने के बाद बी.ई. करने का अवसर रहता है. इसमें समय और पैसा भी बचता है. जो आर्थिक रुप से सक्षम है, ऐसे विद्यार्थी जेईई और नीट की तैयारी करने के लिए विज्ञान विषय का चयन करते हैं. जिन्हेंं स्पर्धा परीक्षा देना है, सीए,एमबीए करना है, वह कला, वाणिज्य शाखा चयनीत करते हैं. ऐसा शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है. जिन विद्यार्थियों को तंत्रनिकेतन में प्रवेश लेना है, उनके लिए शहर के पांच और जिले की दो ऐसी कुल सात तंत्रनिकेतन में 2096 तथा आईटीआई की 1328 सीटें हैं. दसवीं में जिले से 35,137 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं. परीक्षाफल 93.22 फीसद है. पश्चात मनपा क्षेत्र के कनिष्ठ महाविद्यालय में ऑनलाइन स्वरुप में 11 वीं प्रवेश प्रक्रिया चलाई जाने वाली है. सर्वाधिक 7 हजार सीटें विज्ञान शाखा की है. कला शाखा की 3630, वाणिज्य शाखा की 2890 सीटें है. जबकि व्यवसायिक अभ्यासक्रम एमसीवीसी 2750 सीटें हैं. वर्तमान में शहर के जुनियर कॉलेज के प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन का भाग-1 भरने की प्रक्रिया शुरु है. पसंदीदा कॉलेज, शाखा चयन पर आधारित भाग-2 भरने की प्रक्रिया 8 जून से शुरु होगी.
तंत्रनिकेतन की प्रवेश प्रक्रिया
तंत्र शिक्षा विभाग के जरिए तीन वर्षीय तंत्रनिकेतन (पॉलिटेक्निक डिप्लोमा) अभ्यासक्रम के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरु हो गई है. जिले में तंत्रशिक्षण संचालनालय अंतर्गत आने वाले दो शासकीय, एक अनुदानित व चार निजी ऐसे कुल सात तंत्रनिकेतन में 2096 सीटों के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरु हुई है, इसमें ऑनलाईन आवेदन, पंजीयन 1 से 21 जून, गुणवत्ता सूची 23 जून, आपत्ति की पूर्तता 24 से 27 जून, अंतिम गुणवत्ता सूची 29 जून को घोषित की जाने वाली है. अभियांत्रिकी पदविका अभ्यासक्रम में यंत्र अभियांत्रिकी, स्थापत्य अभियांत्रिकी, अणुविद्युत व दूरसंचार अभियांत्रिकी, संगणक अभियांत्रिकी, सूचना व तकनीकी ज्ञान, रसायनशास्त्र अभियांत्रिकी जैसे महत्वपूर्ण अभ्यासक्रम उपलब्ध है.
आईटीआई सीटों का विभाजन
आईटीआई की 1328 सीटें हैं. इसमे एक वर्ष अवधि के अभ्यासक्रम के लिए 352 सीटें, एक वर्ष अवधि के बिना अभियांत्रिकी के लिए 140, दो वर्ष अभ्यासक्रम के लिए 656 सीटें, अल्पसंख्यक के लिए एक वर्षीय अवधि की 68 सीटें तथा दो वर्ष अभ्यासक्रम के लिए 112 सीटें है.
इच्छाशक्ति व आर्थिक बल महत्वपूर्ण
अंकों के प्रतिशत समेत विद्यार्थियों के कठिन अभ्यासक्रम नियुक्त करने की इच्छाशक्ति और आर्थिक बल पर ही वह किस अभ्यासक्रम में प्रवेश लेंगे, यह निश्चित होता है. जिनके घर की आर्थिक स्थिति मजबूत है, वह जेईई और नीट की तैयारी के लिए विज्ञान शाखा का चयन करते हैं, लेकिन जो होनहार है और घर की परिस्थिति कमजोर है, ऐसे विद्यार्थी तंत्रनिकेतन, व्यवसायिक अभ्यासक्रम में प्रवेश लेकर रोजगार का अवसर देखते हैं. पर्याय अनेक रहे तो भी भ्रमित न होते हुए विशेषज्ञों के मार्गदर्शन पर प्रत्येक विद्यार्थी द्वारा विचारपूर्वक अभ्यासक्रम का चयन करना चाहिए.
डॉ. दीपक धोटे, शिक्षा विशेषज्ञ
विद्यार्थियों के लिए 6 मार्गदर्शन केंद्र
शहर की शालाओं के लिए विद्यार्थियों ने खुद की शाला से ही आवेदन- 1 भरना आवश्यक है. लेकिन अमरावती शहर के बाहर के विद्यार्थियों को यदि अमरावती मनपा क्षेत्र के महाविद्यालय में 11 वीं में प्रवेश लेना रहा तो इसके लिए शहर में 6 मार्गदर्शन केंद्र शुरु किए गए है. इसमें मातोश्री विमलाबाई देशमुख महाविद्यालय, पंचवटी चौक, विद्याभारती महाविद्यालय कैम्प, भारतीय महाविद्यालय राजापेठ, ब्रिजलाल बियाणी महाविद्यालय रविनगर, नरसम्मा कला वाणिज्य विज्ञान महाविद्यालय किरण नगर, तथा रामकृष्ण उच्च माध्यमिक विद्यालय हव्याप्रमं का समावेश है.