1670 चालक-कंडक्टर का 85 हजार यात्रियों के साथ आ रहा संपर्क
सुरक्षा पर नहीं दिया जा रहा ध्यान
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कर्मचारी खुद बरत रहे सावधानी
अमरावती / प्रतिनिधि दि.26 – कोरोना महामारी के बाद अनलॉक की प्रक्रिया चरणबध्द तरीके से आरंभ की गई. जिसके बाद यात्री सेवा भी आरंभ की गई है. बस सेवा आरंभ होने के बाद चालक व कंडक्टर का रोजाना यात्रियों के साथ संपर्क आ रहा है. रोजाना के सफर में अनेक गांव और यात्रियों का संपर्क आने से चालक और कंडक्टर को भी कोरोना का भय नजर आ रहा है.
यहां बता दें कि, जिले में लॉकडाउन के बाद हर रोज 1 लाख से अधिक यात्रियों को ले जानेवाली रापनि की बस नये से संचारबंदी हटने के बाद 85 हजार यात्रियों को लाने और ले जाने का काम कर रही है. इन यात्रियों के संपर्क में आनेवाले कंडक्टर व चालक कोरोना अवधि में सबसे ज्यादा अफेक्टेड हो सकते है. इसलिए कोविड-19 बीमारी से बचाने के लिए कर्मचारियों को सुरक्षित रूप से टीकाकरण कराना आवश्यक है. रापनि कर्मचारियों का टीकाकरण करने के बाद वे सुरक्षित रहेंगे. वहीं उनसे अन्यों को भी खतरा नहीं होगा.
इसके अलावा गांव से शहर में यात्री लेकर आनेवाले कर्मचारियों का जीवनमान सुरक्षित रहेगा. इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने एसटी कर्मचारियों की महत्ता को ध्यान में रखते हुए प्राथमिकता से स्वास्थ्य कर्मचारियों, राजस्व कर्मचारी और पुलिस कर्मचारियों की तर्ज पर रापनि कर्मियों को भी टीका उपलब्ध कराकर देने की मांग विविध संगठनाओं की ओर से की जा रही है. खास बात यह है कि, रापनि कंडक्टर व चालकों को टीका लगवाने को लेकर कोई भी हलचलें होते हुए नहीं दिखाई दे रही है. जबकि कोरोना टीकाकरण को लेकर रापनि की ओर से जिला प्रशासन से लिखित पत्राचार भी किया जा रहा है. अमरावती विभाग में रापनि के 801 चालक, 869 कंडक्टर कार्यरत है. कोरोना महामारी के दौर में अपनी जान की पर्वाह न करते हुए यात्री सेवा दे रहे है. जिससे वे अनेक नागरिकों के संपर्क में भी आ रहे है. इसलिए रापनि कर्मियों के लिए कोरोना का टीका उपलब्ध कराने की मांग जोर पकडने लगी है.