16927 दादी तथा 8389 दादा हुए परीक्षा में उत्तीर्ण
नवभारत साक्षरता अभियान का परिणाम हुआ घोषित
* नवसाक्षर व प्रौढ शिक्षा के सार्थक नतीजे आये सामने
अमरावती/दि.7– नवभारत साक्षरता अभियान अंतर्गत ली गई पहली परीक्षा में 25 हजार 582 में से 25 हजार 316 दादा-दादियों यानि बुजुर्गों ने सफलता प्राप्त की है. यह परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले बुजुर्गों में 16 हजार 927 दादियों तथा 8 हजार 389 दादाओं का समावेश है. वहीं 266 बुजुर्ग परीक्षार्थी इस परीक्षा में अनुत्तीर्ण हुए है. नाती-पोते के साथ बैठकर पढाई-लिखाई करने वाले इन दादा-दादियों के उत्तीर्ण हो जाने के चलते अब उन्हें जल्द ही उनके अंकपत्र व प्रमाणपत्र भी दिये जाएंगे.
बता दें कि, केंद्र सरकार के नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निरक्षरों का सर्वेक्षण किया गया था. साथ ही वर्ष 2027 तक 100 फीसद निरक्षर नागरिकों को साक्षर करने का ध्येय रखा गया है. इसके तहत अमरावती जिले में 2022-23 तथा 2023-24 के लिए 25 हजार 582 निरक्षरों के पंजीयन का लक्ष्य तय किया गया. राष्ट्रीय शैक्षणिक नीति में साक्षरता कार्यक्रम हेतु तय किये गये उद्देश्य के अनुसार किये गये इस सर्वेक्षण के तहत जिले में वर्ष 2022-23 तथा वर्ष 2023-24 के लिए उल्हास एप के जरिए 25 हजार 582 निरक्षरों का पंजीयन किया गया. साथ ही उन्हें पढाने हेतु 2 हजार 246 स्वयंसेवकों को भी पंजीकृत किया गया. पश्चात इस सर्वेक्षण के बाद सभी तहसीलों में साक्षरता की कक्षाएं शुरु की गई और इन कक्षाओं में पढने वाले प्रौढ व बुजुर्ग विद्यार्थियों की विगत 17 मार्च को अमरावती जिले के 1603 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा ली गई. जिसका गत रोज परीक्षा परिणाम घोषित किया गया. जिसमें 25 हजार 316 बुजुर्ग परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए. वहीं 266 परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण रहे.
ज्ञात रहे कि, प्राथमिक शिक्षा, डिजीटल व आर्थिक साक्षरता तथा शाला में जाने से वंचित रहने वाले 15 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले नागरिकों को जीवन के गंभीर कौशल्य सिखाने हेतु वर्ष 2022 से 2027 तक 5 वर्षों के दौरान साक्षर करने के लिए नवभारत साक्षरता अभियान शुरु किया गया है.
* दूसरी परीक्षा होगी सितंबर में
वाचन, लेखन व संख्या ज्ञान पर 50-50 अंकों की परीक्षा होती है. जिसमें उत्तीर्ण होने के लिए कम से कम 49.5 अंक आवश्यक होते है. वहीं अब साक्षरता व संख्या ज्ञान मूल्यमापन दूसरी परीक्षा सितंबर में होने वाली है.
* नवभारत साक्षरता के लिए कक्षाएं शुरु होने के बाद संबंधितों को साक्षरता के वीडियो दिखाये गये. ऐसे तमाम वीडियो संबंधितों के मोबाइल पर भेजे जाते थे. मोबाइल क्रांति की वजह से नवभारत साक्षरता की प्रक्रिया काफी सुलभ हो गई है.
– प्रितम गणगणे,
सहायक योजना अधिकारी
* राज्य में रिजल्ट रहा 92 फीसद
उल्हास-नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत मूलभूत साक्षरता व संख्या ज्ञान मूल्यमापन की पहली परीक्षा में समूचे राज्यभर से 4 लाख 59 हजार 533 असाक्षर विद्यार्थी शामिल हुए थे. जिनमें से 92.68 यानि 4 लाख 25 हजार 906 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए. साथ ही 33 हजार 627 विद्यार्थियों को सुधार आवश्यक रहने का अभिप्राय दिया गया. यह परीक्षा समूचे राज्य में विगत 17 मार्च को 36 हजार परीक्षा केंद्रों पर ली गई थी. जिसमें 1 लाख 30 हजार 229 पुरुष, 2 लाख 95 हजार 671 महिला तथा 6 तृतीय पंथियों का समावेश था.
* राज्य में आयुगुटनुसार उत्तीर्ण नवभारत साक्षर
आयुगुट उत्तीर्ण नवसाक्षर
1 से 35 वर्ष 77,634
36 से 65 वर्ष 2,51,754
66 वर्ष से अधिक 96,518
* राज्य में 3 लाख महिलाएं हुई नवसाक्षर
उत्तीर्ण हुए नवसाक्षरों में महिलाओं की संख्या काफी उल्लेखनीय है. इस अभियान के जरिए लगभग 3 लाख असाक्षर महिलाएं नवसाक्षर हो गई है. साथ ही अनुसूचित जनजाति के 1 लाख 27 हजार तथा ओबीसी प्रवर्ग के 1 लाख 37 हजार 668 नागरिक इस अभियान के तहत ली गई परीक्षा में उत्तीर्ण हो गये है.