मई माह में 17 सर्पदंश व 595 श्वानदंश
अमरावती/दि.14 – जिले में 1 मई से 30 मई तक एक माह के दौरान सर्पदंश के 17 मामले सामने आये. जिसमें सौभाग्य से सर्पदंश का शिकार किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई. ऐसा दावा जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया गया है. साथ ही बताया गया है कि, जिले में इस एक माह के दौरान 595 नागरिक श्वानदंश का शिकार हुए. जिनका तुरंत ही इलाज किया गया.
बता दें कि, विगत सवा वर्ष से जिले में कोविड की संक्रामक महामारी का कहर जारी है. साथ ही फरवरी माह से कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान हालात काफी विस्फोटक हो गये थे. जिसकी वजह से स्वास्थ्य महकमे पर काम का बोझ काफी अधिक बढ गया था. ऐसे हालात में भी कोविड संक्रमितों के अलावा अन्य बीमारियों से पीडित मरीजों पर भी सरकारी अस्पतालों में सफलतापूर्वक इलाज किया गया. जिनमें मलेरिया, निमोनिया, डायरिया व टायफाईड जैसी बीमारियों का समावेश रहा. इसी दौरान 17 लोग सर्पदंश और 595 लोग श्वानदंश का शिकार भी हुए. इन लोगों का भी जिला सामान्य अस्पताल में सफलतापूर्वक इलाज किया गया.
उल्लेखनीय है कि, अब मान्सून का आगमन हो चुका है और बारिश के मौसम दौरान बारिश का पानी जमीन के भीतर बने बिलों में घुसने की वजह से बडे पैमाने पर सांप व बिच्छू जमीनी सतह पर आ जाते है और यदि कोई व्यक्ति उनके संपर्क में आता है, तो वे उसे नुकसान भी पहुंचाते है. सर्पदंश के सर्वाधिक मामले जिले के ग्रामीण इलाकों में घटित होते है. जहां पर मरीजों का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रथमोपचार करते हुए उन्हें इलाज हेतु जिला सामान्य अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है. इस वर्ष मई माह के दौरान सर्पदंश का शिकार हुए किसी भी व्यक्ति की सौभाग्य से मौत नहीं हुई है.
उपरोक्त जानकारी देने के साथ ही बताया गया कि, मई माह के दौरान जिला सामान्य अस्पताल की ओपीडी में विभिन्न बीमारियों से पीडित 14 हजार 65 मरीज इलाज हेतु पहुंचे. जिसमें से अधिकांश मरीज इलाज के बाद ठीक होकर अपने घर लौट गये. इस एक माह के दौरान निमोनिया के 31, डायरिया के 24 तथा टाईफाईड का बूखार रहनेवाले 43 मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया गया और इसमें से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई.