अमरावती/ दि.24– रापनि कर्मचारी विलिनिकरण के मुद्दे को लेकर अब भी अडे हुए है. हालांकि इनमें से कुछ कर्मचारी बीते तीन दिनों में काम पर लौट आये है. अब तक 18 कर्मचारी सेवा में शामिल हुए है. वहीं बीते दो दिनों में 13 कर्मचारी काम पर लौट आये है. सबसे पहले 5 कर्मचारी रापनि की सेवा में शामिल हुए थे.
हडताल में शामिल 2100 कर्मचारियों में से केवल 18 कर्मचारी ही अब तक काम पर लौट आये है. जबकि 2082 कर्मवारी अब भी हडताल पर है. वहीं कुल 2400 में से केवल प्रशासकीय सेवा के कर्मचारी व अधिकारी ही काम पर लौटे है. बीते डेढ माह से हडताल पर रहने वाले रापनि कर्मचारियों ने जब तक रापनि का सरकारी विलिनिकरण नहीं किया जाता तब तक काम पर नहीं लौटने का मुड बना लिया है. एक तरफ कर्मचारी काम पर लौट रहे है. वहीं दूसरी ओर हडताली कर्मचारी अपनी मांग पर डटे हुए हेै. बगैर संगठन के अब कर्मचारियों ने आंदोलन करना शुरु किया है, लेकिन अब हडताली कर्मचारियों में भी फूट देखने को मिल रही हैं. 18 कर्मचारी काम पर लौटने से रापनि प्रशासन को उम्मीद है कि, अन्य कर्मचारी काम पर लौट आयेंगे. वहीं बसेस बंद रहने से अमरावती रापनि को लगभग 20 करोड रुपयों का नुकसान हो रहा है.
रोजाना 15 से 20 फेरिया शुरु
जो चालक और कंडक्टर काम पर लौटे है, उनकी मदद से ही रापनि भी अमरावती से मोर्शी और अमरावती से वरुड के लिए कम ज्यादा 15 से 20 फेरिया चलाई जा रही है, यह जानकारी रापनि प्रबंधन की ओर से दी गई है.
फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं
हडताल में शामिल रापनि कर्मचारियों के खिलाफ फिलहाल कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है. धीरे-धीरे कर्मचारी काम पर लौट रहे ह. गुरुवार को 18 कर्मचारी काम पर लौटे है.
– श्रीकांत गभणे, विभागीय नियंत्रक