अमरावतीमहाराष्ट्र

अस्पतालों में भर्ती 18 हजार पेशेंट वोटिंग से वंचित

इसका कोई कानून नहीं होने से दिक्कत

अमरावती/ दि. 26– अस्पतालों में उपचार करा रहे जिले के लगभग 15 से 20 हजार वोटर्स मतदान से वंचित रहने की आशंका जताई गई. यह आंकडा और भी बढ सकता है. क्योंकि मरीज के साथ उनका एक ना एक रिश्तेदार भी उसकी तीमारदारी में व्यस्त रहता है. चुनाव आयोग ने इस बार 85 वर्ष से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को घर से वोट डालने की सहूलियत दी. जिसका अमरावती में 1100 से अधिक वोटर्स ने लाभ लिया. वहीं मतदान की पूर्व संध्या पर अस्पतालों में भर्ती मरीज और उनके करीबियों के मतदान की चर्चा छिडी.

* क्या कहते हैं अधिकारी
चुनाव उप अधिकारी और उपजिलाधीश शिवाजी शिंदे ने स्पष्ट किया कि अस्पताल में दाखिल मरीज के मतदान के बारे में चुनाव आयोग के कोई निर्देश नहीं है. प्रावधान नहीं होने से उनका मतदान कदाचित न हो पाए. शिंदे ने कहा कि आयोग की मार्गदर्शक सूचनाएं नहीं है.

* प्रजातंत्र का पर्व
उल्लेखनीय है कि आज 26 अप्रैल को अमरावती और वर्धा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए वोट डाले जा रहे हैं. जिले की 8 विधानसभा सीटों में वोटिंग हो रही है. ऐसे में गुरूवार शाम से लोगों को शुक्रवार के प्रजातंत्र का पर्व का स्मरण हुआ.

* 24 शासकीय, 100 निजी दवाखाने
जिले में 24 शासकीय और 100 से अधिक निजी अस्पताल पंजीबध्द है. जहां बेड संख्या के अनुसार 15 से 20 हजार रूग्ण भर्ती है. मरीज के साथ कोई न कोई व्यक्ति साथ होता है. जिससे उसका भी वोट आज कदाचित नहीं डाला गया.

* चुनाव आयोग ने की यह व्यवस्था
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने वरिष्ठ नागरिकों के वोटिंग के लिए घर जाकर उनका मतदान करवाया. वहीं सरकारी कर्तव्य पर नियुक्त अधिकारी और कर्मचारियों को भी पोस्टल बैलेट की सुविधा दी गई. सेना के लिए बरसों से वोट डालने की सुविधा है ही. अब नया विमर्श आया है. जिसके अनुसार अस्पताल में भर्ती मरीजों के भी मतदान का कोई तरीका खोजा जाएं.

* गर्भवती महिलाएं वंचित
गर्भवती महिलाएं मतदान से वंचित रह सकती है. सैकडों की संख्या में महिलाएं जिला स्त्री अस्पताल, अचलपुर के स्त्री अस्पताल और अन्य अस्पतालों में डिलेवरी के लिए एडमिट हैं. साथ रोग के भी अनेक मरीज दवाखानों में दाखिल हैं. उनके वोटिंग की विशेष सुविधा इस बार मांग की है.

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