अमरावती

उद्योजक किसानों ने जिले में स्थापित की 180 कंपनियां

‘आत्मा’ अंतर्गत कृषि विभाग का उपक्रम, विविध योजनाओं का लाभ

अमरावती/दि.27– किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से शासन द्वारा विविध योजनाएं चलाई जा रही है. इसमें किसानों ने कृषि उद्योग के साथ ही प्रक्रिया प्रकल्प के लिए उद्योग का निर्माण किया जाए, इसके लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है. जिसके अंतर्गत जिले में अब तक 180 किसान कंपनियां स्थापित होने की जानकारी आत्मा की प्रकल्प संचालक अर्चना निस्ताने ने दी.
किसान कंपनी स्थापित करने का प्रमुख उद्देश्य पर्यायी बाजारपेठ की निर्मिती करना है. इसमें किसानों को सिर्फ अनुदान व तत्सम लाभ की ओर ही न देखते हुए जो किसान कंपनियां सर्वसमावेशक काम कर रही है, उनका अनुकरण करने की आवश्यकता है.
मुख्य फसल का चयन कर व आपूर्ति की जानकारी प्राप्त कर उद्योग शुरु करने पर किसान कंपनी की दृष्टि से लाभकारी होने की बात दिखाई देती है.
* कंपनी प्रमुख क्या कहते हैं
* किसान एक साथ कृषिनिविष्ठा खरीदी कर सकते हैं. कीड़ व रोगों पर नियंत्रण कर सकते हैं. स्वयं के माल की ब्रँडिंग व मार्केटिंग कर सकते हैं.
– रविकिरण पाटील, सचिव, कृषि समृद्धि किसान उत्पादक कंपनी

* किसानों को कंपनियों के माध्यम से संगठित होकर उत्पादित खेतमाल की मूल्य संकल निर्माण करनी चाहिए व विविध योजनाओं के माध्यम से खेतमाल को दर प्राप्त करें.
– रमेश जिचकार, अध्यक्ष, श्रमजीवी नागपुरी संतरा उत्पादक कंपनी

अमरावती तहसील में सर्वाधिक कंपनियां
– जिले में अमरावती तहसील में सर्वाधिक 46 किसान कंपनियां दिखाई देती है.
– भातकुली व धारणी तहसील में सबसे कम प्रत्येकी चार किसान कंपनियां दर्ज की गई है.

किस तहसील में कितनी किसान उत्पादक कंपनियां?
तहसील                 उत्पादक कंपनियां
अचलपुर                     19
अमरावती                    46
चांदूर बाजार                13
चिखलदरा                   08
दर्यापुर                       12
धामणगांव रेल्वे           07
मोर्शी                         15
नांदगांव खंडे.               07
तिवसा                       09
वरुड                         15
भातकुली                   04
धारणी                      04

दो हजार से अधिक किसान सहभागी
गांव सहित समीप के गांव के किसान एक साथ आकर किसान कंपनी स्थापित कर सकते हैं. जिले के दो हजार से अधिक किसानों ने एक साथ आकर 180 कंपनियां स्थापित की. इनमें से 160 प्रत्यक्ष में काम कर रही है. वहीं शेष कंपनियों का अस्तित्व कागज पत्रों में ही है.

किसानों ने कंपनी की स्थापना कर मूल्य संकल का विकास करना चाहिेए. इसके द्वारा मार्केटिंग कर स्वयं सहित अन्य किसान बंधुओं का लाभ दें. जिले में सद्य स्थिति में 180 किसान कंपनियां स्थापित हुई है.
– अर्चना निस्ताने, प्रकल्प संचालक, आत्मा

* कौन-कौनसी योजनाओं का मिलता है लाभ?
– केंद्र सरकार
केंद्र शासन द्वारा किसान उत्पादक कंपनियों को 18 लाख तक अनुदान दिया जाता है व 15 लाख तक समभाग अनुदान दिया जाता है. बावजूद इसके क्रेडिट गारंटी स्कीम अंतर्गत दो करोड़ तक विना तारण कर्ज उपलब्ध हो सकता है.
– राज्य सरकार
विश्व बैंक की आर्थिक सहायता से व राज्य शासन की ओर से भी किसान उत्पादक कंपनियों को आर्थिक सहायता की जाती है. इसमें विश्व बैंक का 70 प्रतिशत तो राज्य शासन के 70 प्रतिशत सहभागी है. अन्य लाभ भी मिलते है.

किसान उत्पादक कंपनी स्थापित कैसे करेंगे?
– पांच सदस्य व पांच संचालक ऐसे दस किसानों के कागज पत्र कंपनी के लिए लगते है. इनमें आधार कार्ड, पॅन कार्ड, सातबारा आदि कागज पत्रों सहित कंपनी एक्ट के अनुसार ऑनलाईन पंजीयन किया जा सकता है.
– चार्टर्ड अकाउंटंट की सहायता से भी कंपनी का पंजीयन किया जा सकता है. मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेअस विभाग में कंपनी का कानून 1956 अंतर्गत कंपनी का पंजीयन होता है.

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