अमरावती

शहर में 182 कुएं बने कचरा कुंडी

केवल 32 कुओं का पानी पीने लायक

* 85 प्रतिशत कुएं नामशेष होने की कगार पर
अमरावती/दि.11– अमरावती महानगरपालिका क्षेत्र में 214 कुएं है. लेकिन इनमें से 85 प्रतिशत कुएं कचरा कुंडी बनकर नामशेष होने की कगार पर है. महानगरपालिका प्रशासन द्बारा कुओं की सफाई के लिए 2.36 करोड रुपयों का मल्टीयूूटीलिटी रेस्क्यू वाहन खरीदा गया. लेकिन इस वाहन से कुओं की सफाई करना संभव नहीं रहने से यह करोडों रुपयों का खर्चा बेकार गया है. दुसरी ओर शहर में कुओं की संख्या तेजी से घट कर सभी कुएं नामशेष होने की कगार पर है.
मजीप्रा द्बारा सार्वजनिक नल कनेक्शन काटने की प्रक्रिया शुरु की गई है. लेकिन नागरिकों को पर्याप्त पानी नहीं मिलता तथा कुओं का पानी भी इस्तेमाल करने लायक नहीं है. जिससे लोगों द्बारा सार्वजनिक नल कनेक्शन बंद करने को विरोध हो रहा है. जिससे सार्वजनिक नलों का बिल मनपा प्रशासन को भरने पड रहे है. मजीप्रा द्बारा लगाये गये 1 हजार 100 सार्वजनिक नल कनेक्शन बंद करने का पत्र मनपा द्बारा मजीप्रा को किया गया है. लेकिन नागरिकों द्बारा इसे विरोध किये जाने से मजीप्रा भी इस दिशा में कार्रवाई नहीं कर पा रही है. यदि शहर के कुएं समय-समय पर स्वच्छ किये जाते, तो फिर लोगों को सार्वजनिक नलों पर निर्भर नहीं रहना पडता, ऐसा लोगों का कहना है.

* कुएं बुझाने के स्थान पर उनका पुनर्जिवन जरुरी
शहर में 214 सार्वजनिक कुएं है, लेकिन इन में से 182 कुओं में कचरा भरा पडा है. जिससे इन कुओं को बुझाने पर जोर दिया जा रहा है. लेकिन यह कुएं जो कि, मुख्य जलस्त्रोत है. उन्हें बुझाने के स्थान पर उनका पुनर्जिवन जरुरी है. वर्तमान में अमरावती शहर में केवल 32 कुएं ऐसे है, जिसका पानी इस्तेमाल करने लायक है. 4 सार्वजनिक कुओं से टैंकर में पानी भरा जाता है. शेष सभी कुएं नामशेष होने की कगार पर है. कुएं सफाई के लिए पर्याप्त यंत्रणा नहीं रहने से कुओं की सफाई कई वर्षों से बंद ही रहने की जानकारी मनपा के कार्यकारी अभियंता सुहास चव्हाण ने दी.

Related Articles

Back to top button