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कृषि उपज मंडी की 18वीं वार्षिक आमसभा

उचित भाव मिले तभी किसानों की समृद्धि संभव

* सभापति दहीकर का आमसभा में प्रतिपादन
* विभिन्न योजनाओं पर डाला प्रकाश
अमरावती/दि.18- सोमवार को जिला कृषि उपज मंडी की 18वीं वार्षिक आमसभा हुई. आमसभा में वर्तमान सभापति अशोक दहीकर ने मंडी के अब तक के कामकाज का ब्यौरा आमसभा में रखकर कृषि उपज मंडी के संचालक मंडल द्बारा कृषि उपज को उचित भाव मिले, इसके लिए सदैव प्रयत्नरत रहने का दावा किया. कृषि उपज को उचित भाव मिले, तभी किसानों की समृद्धि संभव है. इसलिए कृषि उपज मंडी में किसान उत्पादित माल का नियमन कर उन्हें योग्य भाव मिले, इस पर ही प्राथमिकता से ध्यान दिया गया. उसी प्रकार किसानों को सुविधाएं बढाकर देने के नियोजन पर मंडी प्रशासन आगे बढ रहा है. ऐसी जानकारी सभापति दहीकर ने सदन पटल पर रखी.
सोमवार की दोपहर 1 बजे कृषि उपज मंडी के टीएमसी यार्ड पर इस वार्षिक आमसभा का आयोजन किया गया था. लेकिन गणपूर्ति नहीं होने के कारण आमसभा 1 घंटे के लिए स्थगित कर दोपहर 2 बजे आमसभा की कार्रवाई शुरु की गई. सबसे पहले विगत वर्ष के आमसभा का कार्यवृत्तांत मंजूर किया गया. उसके बाद वर्ष 2020-21 के आय व खर्च का ब्यौरा प्रस्तुत किया गया. वर्ष 2019-20 की अंकेशन टिपणी में जो दोष था, उसमें सुधार कर सुधारित टिपणी का वाचन किया गया. पश्चात मंडी सदस्यों ने अपनी-अपनी भूमिकाएं विशद कर मंडी से जुडे विभिन्न विषयों पर प्रकाश डाला. आमसभा में सदस्य प्रकाश कालबांडे, किशोर चांगोले, सुनिल वर्‍हाडे, प्रफुल्ल राउत, उषा वनवे, रंगराव बिचुकले, प्रांजली भालेराव, मिलिंद तायडे, प्रमोद इंगोले, सतीष अट्टल, सचिव दिपक विजयकर समेत सेवा सोसायटी सदस्य व किसान उपस्थित थे.

* अतिक्रमण पर नकेल कसने में नाकाम
आमसभा में मंडी सदस्य प्रकाश कालबांडे ने संचालक मंडल पर मंडी में बढ रहे अतिक्रमण पर नाकाम रहने का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि, कृषि उपज मंडी के सब्जी मार्केट की करोडों रुपए की जगह पर अवैध रुप से निर्माण किया जा रहा है. जिसकी कई शिकायतें संचालक मंडल व सचिव को किये जाने के बावजूद भी इस पर किसी भी प्रकार का ध्यान ही नहीं दिया जा रहा. उसी प्रकार विभिन्न सहकार महर्षी मान्यवरों की प्रतिमाएं मंडी परिसर में जस की तस पडी है. उन्हें उचित जगह पर स्थापित करने में भी कामयाबी नहीं मिल पायी है. मंडी की कई इमारतों को अभी भी छपाई पूर्ण होने की प्रतिक्षा है. यह सारे काम समय पर पूर्ण कर मंडी की जगह पर बढ रहा अतिक्रमण निकालने की कार्रवाई आगे बढाने की मांग प्रकाश कालबांडे ने उठायी.

* आवक गेट पर प्लेट काटे लगाये
मंडी सदस्य प्रफुल्ल राउत ने आमसभा में मंडी के आवक गेट पर प्लेट काटे बिठाने की मांग रखी. उन्होंने बताया कि, यदि मंडी के गेट पर ही काटे लगाये जाए, तो फिर मंडी में कितना माल आ रहा है और कितने माल की बिक्री हो रही है, इसकी अपडेट मिलती रहेगी. इससे मंडी में होने वाले अवैध धंधों पर नकेल रहकर किसी भी प्रकार के गैरव्यवहार नहीं हो पाएंगे.

* किसानों का सम्मान करना सिखे मंडी प्रशासन
जिन किसानों के भरोसे पर कृषि उपज मंडी का संचालन चलता है. करोडों रुपयों के व्यवहार होते है, उन किसानों को ही मंडी प्रशासन भुलाते जा रहा है. इसलिए आमसभा में सभी किसानों को बैठने के लिए पर्याप्त संख्या में कुर्सियां लगाई जाए. मंडी प्रशासन किसानों का सम्मान करना सिखें, यह सुझाव संचालक सुनिल वर्‍हाडे ने दिया. उन्होेंने बताया कि, विगत कुछ वर्षों से मंडी की आय बढने की जगह पर कम होती जा रही है. ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि किसानों को उचित भाव नहीं मिल रहा, किसानों की माल की चोरी बढ गई है. मंडी का संचालक मंडल इस ओर प्राथमिकता से ध्यान देकर मंडी की आय बढाने पर ध्यान देकर किसानों का सम्मान करें, यह पक्ष भी सुनिल वर्‍हाडे ने आमसभा में रखा.

* किसान, व्यापारी भवन व शेड निर्मिति की मांग
आमसभा में आडतिया व्यापारी, प्रतिनिधि धीरज बारबुद्दे ने कृषि उपज मंडी संचालक मंडल पर औपचारिक आमसभा लेने का व्यंग कसते हुए मंडी प्रशासन व संचालक मंडल की खामियों पर ध्यान खींचा. विगत 7 वर्ष से कृषि उपज मंडी में किसानों के लिए शेड निर्मिति की मांग प्रलंबित है. एक ओर सरकारी माल खरीदने के लिए पक्के शेड की निर्मिति की गई है. लेकिन जिन किसानों के भरोसे कृषि उपज मंडी का संचालन निर्भर है, उन्हीं किसानों के माल के लिए शेड का अभाव है. इसलिए मंडी में जल्द से जल्द किसानों के माल के लिए शेड के साथ ही व्यापारी भवन व किसान भवन की निर्मिति करने की मांग धीरज बारबुद्दे ने रखी.

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